कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ट्वीट से राष्ट्रीय स्तर पर योगी सरकार की हुई थी किरकिरी
मिर्जापुर / लखनऊ, 2 सितंबर
मिर्जापुर के प्राइमरी स्कूल में नमक-रोटी परोसे जाने वाले पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ शिक्षा विभाग ने मामला दर्ज कराया है। हालांकि इस मामले में डीएम पहले ही दोषी टीचर और एक अधिकारी को निलंबित कर चुके थे। बावजूद इसके खंड शिक्षा अधिकारी ने घटना का खुलासा करने वाले स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल सहित 3 लोगों के खिलाफ साजिशपूर्वक वीडियो बनाने और अन्य धाराओं में शनिवार शाम एफआईआर दर्ज करा दिया।
बता दें कि पिछले सप्ताह मिर्जापुर के जमालपुर क्षेत्र स्थित सियूर प्राईमरी स्कूल में स्कूली बच्चों को मिड-डे-मील के तौर पर नमक-रोटी परोसे जाने का मामला प्रकाश में आया था। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा सोशल मीडिया पर इस मामले की वीडियो पोस्ट करने के बाद पूरे देश में योगी सरकार की किरकिरी हुई थी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले में मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दिया था।
यह भी पढ़िये: स्कूली बच्चों को दिया जा रहा है रोटी-नमक, प्रियंका गांधी के ट्वीट से बैकफुट पर योगी सरकार
उधर, मामले की गंभीरता को समझते हुए अपना दल (एस) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के तत्काल ट्रांसफर के साथ ही उच्च स्तरीय जांच की मांग के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। तत्पश्चात बीएसए प्रवीण तिवारी का ट्रांसफर कर दिया गया और एबीएसए बृजेश सिंक को निलंबित कर दिया गया था।
यह भी पढ़िये: बलिया में दलित बच्चों को अलग पंक्ति में परोसा जा रहा है भोजन
बावजूद इसके शनिवार देर शाम खंड शिक्षा अधिकारी प्रेम शंकर राय की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल, स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
ओमप्रकाश राजभर की तल्ख टिप्पणी:
पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने पर सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने कहा है, “इस सरकार से क्या उम्मीद करते हैं, सच्चाई दिखाने वाले के ऊपर मुकदमा होता है या उसका रोजगार छीन लिया जाता है, सच कहना बगावत है तो हम बागी हैं, जिसके बच्चे नमक-रोटी खाते होंगे वही इस दर्द को समझ पाएगा।”