स्वतंत्रदेव सिंह को ओबीसी नेता के तौर पर आगे बढ़ाने की रणनीति
लखनऊ, 27 जुलाई
उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन एवं सरकार में बड़े पैमाने पर बदलाव की शुरूआत हो गई है। भाजपा नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर ओबीसी नेता स्वतंत्रदेव सिंह की ताजपोशी करके प्रदेश संगठन को संदेश दे दिया है। स्वतंत्रदेव सिंह की ताजपोशी को सीधे तौर पर उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के बढ़ते कदम को रोकने की रणनीति बताई जा रही है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि केशव प्रसाद मौर्या लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समानांतर खड़े हो रहे थे। पिछले साल उनका ओहदा भी बढ़ा दिया गया। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि शीर्ष नेतृत्व केशव प्रसाद मौर्या को ज्यादा छूट देने के मूड में नहीं है। इसकी शुरूआत शीर्ष नेतृत्व ने सबसे पहले स्वतंत्रदेव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बना कर कर दे दिया है। स्वतंत्रदेव सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी भी बताया जाता है। अध्यक्ष बनने के बाद लखनऊ आगमन पर स्वतंत्रदेव सिंह ने मंच से सार्वजनिक तौर पर इसका संदेश भी दे दिया।
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पीडब्ल्यूडी के बजट में कटौती:
अब तक हर साल बजट में सर्वाधिक धनराशि पीडब्ल्यूडी को आवंटित होती थी, लेकिन इस बार पीडब्ल्यूडी को केवल 605 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसमें से 405 करोड़ रुपए पुलों और 200 करोड़ रुपए सड़कों के लिए है। जबकि इस बार सिंचाई विभाग के लिए 834.84 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
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राज्य निर्माण निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा:
दो दिन पहले केशव प्रसाद मौर्या ने राज्य निर्माण निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। अब इस महत्वपूर्ण पद का अध्यक्ष निर्माण निगम के प्रमुख सचिव को बनाया गया है। जनवरी 2018 से इस महत्वपूर्ण पद को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को दिया गया था।
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बलिया जनपद के पत्रकार संघ के अध्यक्ष एवं पीटीआई के वरिष्ठ पत्रकार अनूप हेमकर कहते हैं, ” भाजपा ने स्वतंत्र देव को कमान सौप कर एक तीर से दो निशाना साधा है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विजयी बनकर उभरे हैं । एक कुशल संगटन कर्ता व संघ के प्रिय स्वतंत्र देव को भाजपा की प्रदेश की कमान सौंपकर भाजपा ने जहां केशव मौर्य को नियंत्रित करने का काम किया है , वहीं दूसरी तरफ अपना दल को भी स्पष्ट सन्देश दे दिया है कि वह कुर्मी मतों को लेकर उन्हीं पर निर्भर नही है। इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बल्ले बल्ले है। ”