केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल सहित शिरोमणि अकाली दल एवं बीजेपी के सभी नेताओं के आवास किया घेराव
यूपी80 न्यूज, पटियाला/नई दिल्ली
केंद्र की ओर से जारी कृषि से संबंधित तीन अध्यादेशों के खिलाफ सोमवार को पंजाब के 21 जिलों में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला और शिरोमणि अकाली दल एवं बीजेपी सांसदों व विधायकों के घरों का घेराव किया। किसानों ने कृषि से संबंधित अध्यादेशों एवं बिजली एक्ट 2020 को रद्द करने, तेल की कीमतों में वृद्धि को वापस लेने सहित कई मांगें की।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति पंजाब के संयोजक डॉ.दर्शनपाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन अध्यादेशों के जरिए खेती को कॉरपोरेट के हाथों में सौंपने की साजिश की जा रही है। इन अध्यादेशों के पास होते ही सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म कर देगी। किसानों का यह भी कहना है कि इन अध्यादेशों के पास होने से पंजाब की पांच एकड़ से कम जमीन वाले किसान खेती व्यवसाय से ही दूर हो जाएंगे। जबकि इनकी संख्या 85 फीसदी है। उन्होंने यह भी मांग की कि सामाजिक कार्यकत्र्ताओं पर हो रहे हमले को तत्काल रोका जाए।
ये किसान संगठन शामिल हुए:
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेतृत्व में सोमवार को पंजाब में हुए घेराव प्रदर्शन में 12 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। इनमें भारतीय किसान यूनियन, एकता (डाकौंडा), कीर्ति किसान यूनियन, जम्हूरी किसान सभा, कुल हिन्द किसान सभा, पंजाब, आल इंडिया किसान सभा (अजय भवन), किसान संघर्ष समिति पंजाब, आजाद किसान संघर्ष समिति, जय किसान आंदोलन, भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्रहण) और भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी)।
इन नेताओं का हुआ घेराव:
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, सिकंदर सिंह मालुका, सुरजीत सिंह राखड़ा, आदेश प्रताप सिंह, यूनियन मिनिस्टर सोम प्रकाश, गुरप्रीत सिंह वादला, बलविंदर सिंह भुंदर, मंतर सिंह बरार सहित एनडीए के अधिकांश नेताओं के आवास व कार्यालय का घेराव किया।