लखनऊ में 30 से ज्यादा सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संविधान सम्मेलन में राहुल गांधी ने आरक्षण व संविधान पर बेबाकी से रखी बात
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
“समाज में अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों का भविष्य उनके पैदा होने से पहले ही तय हो जाता है। आदिवासी, दलित, पिछड़े समुदायों के साथ विडम्बना यह थी कि उनके पैदा होने के पहले ही उनकी क्षमताओं का मूल्यांकन भी नहीं होता था, और उनका भविष्य तय हो जाता था। और हिन्दुस्तान के सभी लोगों को छोटे-छोटे खांचों में डाल दिया जाता था। यह निर्णय आपके पैदा होने से पहले ले लिया जाता था कि आपको कोई छुएगा नहीं, आप कभी जमीन नहीं खरीद पाओगे और यह सब आपके पैदा होने से पहले तय हो जाता था।”
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय संविधान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी Rahul Gandhi ने सामाजिक न्याय की क्रांति का आगाज करने आए हजारों लोगों को संबोधित करते हुए कहा। इस दौरान एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसी भी मंच पर डिबेट को तैयार हूं लेकिन मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री जी डिबेट नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे खरगे जी भी तैयार हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के करोड़ों लोगों ने हजारों सालों से इस प्रकार की वेदना भरी जिन्दगी जी है। उन्होंने अपना भविष्य तय नहीं किया। समाज ने उनके पैदा होने से पहले उनका भविष्य तय कर दिया। तो आप सोचिए कि उन्होंने कितना दुख, दर्द सहा होगा। उनकी योग्यता कितनी जाया हुई। समाज में बहुत महान लोग आये, जिन्होंने सामाजिक उत्थान के लिए कदम उठाये जैसे अम्बेड़कर जी, महात्मा गांधी जी, पेरीयार जी, बसवन्ना जी, ज्योतिबा फुले जी, बुद्ध जी सब ने यह बात स्वीकार की, जो हमने सच देखा हैं हम उस पर कायम रहेंगे और समाज का उद्धार करेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान में बहुत सारे आंदोलन हुए मगर पिछले तीन हजार सालों में सबसे सफलतम मूवमेन्ट है भारत का संविधान और यह संविधान अम्बेड़कर जी ने दिया, गांधी जी ने दिया। मगर यह एक सोच है। यह अम्बेड़कर जी से पहले भी था इसमें बुद्ध भी हैं, बसावना जी भी हैं इसमें पेरीयार हैं, इसमें गांधी जैसे महान व्यक्तित्व हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि संविधान की इस लड़ाई में किसान थे, मजदूर थे, बढ़ई थे कई लोग थे जो संविधान के लिए लडे़, लेकिन हम उनका नाम तक नहीं जानते मगर उनकी सोच इस संविधान Indian Constitution में है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई इस संविधान का पूरा हक दिलाने की है, इस संविधान को लोग कहते हैं कि यह अधिाकर का पत्र है, इससे हमें लोकतांत्रिक अधिकार मिलता है, मगर यह संसाधनों के हस्तांतरण का अधिकार भी देता है, यह कौशल के हस्तांतरण का अधिकार भी देता है।
न्यायपालिका व मीडिया में 95 प्रतिशत लोग नहीं:
राहुल गांधी ने कहा कि आज पब्लिक सेक्टर में, न्यायपालिका, मीडिया में इन 95 प्रतिशत लोगों के लिए रास्ते नहीं खुले हैं। आप 200 सबसे बड़ी कंपनियों की लिस्ट निकालिए, उनके सीनियर मैनेजमेंट की सूची निकालिए, उनमें ये 95 प्रतिशत लोग कहीं नहीं मिलेंगे।
अग्निवीर से एससी, एसटी व ओबीसी को नुकसान:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर में नुकसान किसका है? एससी, एसटी व ओबीसी का। अग्निवीर सीनियर लेवल पर नहीं हैं यह सिर्फ जवानों के लिए है।
जातीय जनगणना हो:
राहुल गांधी ने जातीय जनगणना Caste census की मांग करते हुए कहा कि जातीय जनगणना से देश में कितने प्रतिशत एससी, एसटी, ओबीसी और गरीब हैं और इससे उनकी अवस्था की सच्चाई पता लग जायेगी। इस सच्चाई से लोग क्यों डर रहे हैं?
यदि 95 प्रतिशत वंचित तो कैसे बनेंगे सुपर पॉवर?
राहुल गांधी ने कहा कि अगर 95 प्रतिशत आबादी को सभी जगहों से वंचित कर दिया जायेगा तो हम कौन सा सुपर पावर बना पायेंगे। मतलब मोदी जी क्या बस 5-10 प्रतिशत देश की आबादी को ही सुपर पावर बनायेंगे? सुपर पावर तो 90-95 प्रतिशत है।
संविधान पर हो रहा है हमला:
राहुल गांधी ने कहा कि अब इस संविधान पर आक्रमण हो रहा है। मोदी जी कहते हैं मैं इस संविधान को रद्द नहीं करना चाहता हूं, जब आप सीबीआई और ईडी को लेकर राजनीति और लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हो तो आप संविधान पर हमला कर रहे हो। जब आप बिना किसी से पूछे नोटबंदी करते हो और करोड़ों आदिवासी, दलितों, पिछड़ों के हकों पर हमला करते हो तो संविधान पर हमला करते हो, जब आप सभी संस्थानों में आरएसएस के लोग भरते हो तो संविधान पर हमला करते हो, जब आप अग्निवीर योजना बिना सेना से पूछे लागू करते हो तो संविधान पर हमला करते हो। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं और मेरे रहते यह मैं होने नहीं दूंगा।
पढ़ते रहिए www.up80.online शूद्रों के उत्थान के प्रति मेरा दृढ़ संकल्प ही मुझे जीवित रखे हुए है: बाबा साहब