दलित-मुस्लिम गठजोड़ को और अधिक अहमियत दी जाएगी
लखनऊ, 6 नवंबर
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) ने साजिश के तहत बहुजन समाज पार्टी को एक भी सीट जीतने नहीं दिया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को लखनऊ में आयोजित पार्टी की बैठक में यह आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 के नाम पर मुसलमानों को बसपा से दूर नहीं किया जा सकता है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि दलित-मुस्लिम गठजोड़ को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा, बल्कि उसे और अधिक मजबूत किया जाएगा। उन्होंने दानिश अली को बसपा संसदीय दल का नेता बनाया है। बता दें कि दो महीने पहले दानिश अली का डिमोशन कर दिया गया था।
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कांग्रेस सरकार में बाबरी मस्जिद में मूर्ति रखी गई:
बसपा सुप्रीमो ने भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार में 22-23 दिसंबर 1949 की रात को अयोध्या में बाबरी मस्जिद के अंदर मूर्ति रखी गई। कांग्रेस राज में ही वर्ष 1986 में बाबरी मस्जिद के गेट का ताला खोला गया और 9 नवंबर 1989 में मंदिर के लिए शिलान्यास समारोह की इजाजत दी गई। इतना ही नहीं, कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही 6 दिसंबर 1992 में विवादित स्थल को तोड़ा गया।
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कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कवायद:
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बसपा को 17 से 20 परसेंट तक वोट मिल रहे हैं। यदि कुछ वोट और मिल जाए तो चुनाव परिणाम बदल जाएगा।
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