जनवरी में होनी थी इकलौती बहन की शादी, परिवार पर टूटा दु:खों का पहाड़, 6 महीने पहले छोटे भाई का हुआ था निधन
यूपी80 न्यूज, बेल्थरारोड/बलिया
सेना के जवान राकेश कुमार पटेल का पार्थिव शरीर शुक्रवार को बलिया जनपद के बेल्थरारोड स्थित उनके पैतृक गांव भिंडकुण्ड पहंचा। गांव में जवान का पार्थिव शरीर पहुंचते ही गांव में कोहराम की स्थिति उत्पन्न हो गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। गांववासी भी खुद को नहीं रोक सके। उनकी आंखों से अश्रुधारा बहने लगी। शुक्रवार को ही राजकीय सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार सरयू नदी के तुर्तीपार घाट पर किया गया।
बता दें कि सेना के जवान राकेश कुमार पटेल की बुधवार रात्रि ब्रेन हैमरेज होने से निधन गया। शुक्रवार को उनके रेजिमेंट के जवान एंबुलेंस में उनका शव लेकर बेल्थरारोड स्थित उनके पैतृक गांव पहुंचे। उनके अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। उनके पिता ने अपने लाडले बेटे को मुखाग्नि दी।
2004 में सेना में हुए थे भर्ती:
राकेश पटेल 2004 में सेना में भर्ती हुए। उनका विवाह 2010 में फूलमती देवी से हुआ। उनकी एक सात वर्षीय बेटी अर्पिता है। वह अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। मझले भाई विकेश कुमार पटेल का 6 महीने पहले निधन हो गया था। महज छह महीने में दो बेटों को खोने से मां पार्वती देवी और पिता हरख पटेल टूट गए हैं। अब परिवार का एक मात्र सहारा छोटा पुत्र विवेक कुमार पटेल ही है।
जनवरी में इकलौती बहन की होनी थी शादी:
राकेश पटेल की इकलौती बहन सुधा की अगले साल जनवरी में शादी तय थी। बहन की शादी के लिए परिवार में अभी से तैयारियां चल रही थी। लेकिन बहन का हाथ पीला करने से पहले ही राकेश इस दुनिया को छोड़ गए।
अंतिम संस्कार में वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति से लोगों में नाराजगी:
जवान राकेश पटेल के अंतिम संस्कार के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति से स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी गई। इस मौके पर जवान राकेश पटेल के सैनिक साथी करमवीर सिंह, शिवकुमार, बीके सिंह, मोती प्रसाद, हरीश गौतम, सुनील गुप्ता सहित कई कई जवान उपस्थित थे।