यदि विश्वविद्यालय अपने संचालन का खर्च फीस आदि मदों से खुद जुटायेंगे तो भविष्य में लाखों रुपये फीस वृद्धि से इंकार नहीं किया जा सकता है: राजेश सचान, युवा मंच
यूपी80 न्यूज, प्रयागराज
इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन Allahabad University द्वारा 4 गुना फीस Fee वृद्धि के फैसले का छात्रों ने विरोध करते हुए आंदोलन शुरू कर दिया है। छात्रों के इस आंदोलन को युवा मंच ने समर्थन किया है। युवा मंच Yuva Manch के राष्ट्रीय संयोजक राजेश सचान Rajesh Sachan का कहना है कि नई शिक्षा नीति में विश्वविद्यालय की आर्थिक स्वायत्तता पर विशेष जोर दिया गया है, जिसका मकसद ही शिक्षा बजट में कटौती और विश्वविद्यालयों को खुद संसाधनों को जुटाने के लिए फीस वृद्धि जैसे फैसले लेने होंगे।
राजेश सचान का कहना है कि इविवि कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव द्वारा नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के आधार पर ही फीस वृद्धि के फैसले का बचाव किया जा रहा है। अगर विश्वविद्यालय अपने संचालन का खर्च फीस आदि मदों से खुद जुटायेंगे तो भविष्य में लाखों रुपये फीस वृद्धि से इंकार नहीं किया जा सकता है। आईआईटी, आईआईएम इसके उदाहरण हैं। यह शिक्षा को बाजार के हवाले करने और कारपोरेट्स को इस सेक्टर में मुनाफाखोरी व लूट की खुली छूट देने की नीति है। युवा मंच संयोजक राजेश सचान प्रधानमंत्री मोदी PM Narendra Modi से मांग की है कि इविवि में फीस वृद्धि के फैसले को लेने के लिए हस्तक्षेप करें।