2002-05 के बीच खाद्यान्न माफियाओं ने गरीबों का मारा था हक
यूपी80 न्यूज, बलिया
दो दशक पहले चर्चित खाद्यान्न घोटाले Food scam case का जिन्न अब एक बार फिर से बाहर आ गया है। खाद्यान्न घोटाले की जांच कर रही आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू EOW) की टीम ने गुरुवार की देर रात बलिया के सीयर ब्लॉक Siar Block के पूर्व प्रमुख भीम प्रसाद Bhim Prasad को उनके गांव से गिरफ्तार कर वाराणसी ले गई। भीम प्रसाद की गिरफ्तारी से जिले में हड़कंप मच गया है।
ईओडब्ल्यू (EOW) के अधिकारी एके सिंह की टीम के साथ गुरुवार को बलिया जनपद के बिल्थरारोड स्थित महुआतर गांव से भीम प्रसाद को गिरफ्तार किया। भीम प्रसाद 2000 से 2005 तक सीयर ब्लॉक के प्रमुख रहे। इनके अलावा अधिकारियों ने चैनपुर मठिया निवासी कोटेदार विरेंद्र शर्मा से उभांव थाना में काफी देर तक पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया और पूर्व प्रमुख भीम प्रसाद को देर रात अपने साथ वाराणसी ले गई।
2002-05 के बीच गरीबों की हकमारी की गई थी:
बता दें कि 2002 से 2005 के बीच मजदूरों को काम के बदले नगद व अनाज देना था। लेकिन खाद्यान्न माफियाओं द्वारा गरीबों का हक मारकर अनाज की कालाबाजारी की गई। इस मामले की जांच को लेकर गठित ईओडब्ल्यू की टीम ने 2006 में जनपद के विभिन्न थानों पर 50 से अधिक मामले दर्ज कराए थे।