तैयार हो रहा है प्रस्ताव, प्राविधिक शिक्षा मंत्री व अपना दल (एस) Apna Dal (S) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने की घोषणा
Daughters of dalit and tribal society will become engineers for just 1 rupee in Uttar Pradesh!
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में दलित व आदिवासी समाज की बेटियां महज एक रुपए में इंजीनियर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इस योजना पर होने वाला व्यय सभी विश्वविद्यालय और कॉलेज अपने निजी स्रोतों से वहन करेंगे। यह घोषणा प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल Cabinet Minister Ashish Patel ने की है।
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल Ashish Patel ने कहा कि प्रदेश के तीनों प्राविधिक विश्वविद्यालयों और सभी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में अनुसूचित जाति Schedule Caste एवं अनुसूचित जनजाति Schedule tribes वर्ग की छात्राओं को मात्र एक रुपए में शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। उन्होंने सभी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में चल रही भर्ती प्रक्रिया स्थगित कर नई कमेटी बनाने का निर्देश भी दिया है। श्री पटेल ने इस बाबत शुक्रवार को अपने कार्यालय में विभागीय समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण जरूरी है। इसको ध्यान में रखते हुए अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग की छात्राओं को एक रुपए में गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए यह प्रस्ताव किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के छात्रों का दूसरे राज्यों में पलायन रोकने के लिए गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। गुणवत्ता का मापदंड बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। एनबीए और नैक का ग्रेड हासिल करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेजों की रैंकिंग कराने का भी निर्देश दिया। इस बाबत कुलपति व निदेशक को जवाबदेह बनाया जाएगा।
शिक्षकों की लगेगी बायोमीट्रिक हाजिरी:
मंत्री ने सभी तकनीकी शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इस बाबत प्रदेश के तीनों तकनीकी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों व एक निदेशक की समिति गठित की जाएगी। साथ ही चयन प्रक्रिया को पारदर्शी और नियम संगत बनाने तथा अगले पांच वर्षों की कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, विशेष सचिव सुनील कुमार चौधरी के अलावा तीनों प्राविधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति और राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के निदेशक मौजूद रहे।