ओमप्रकाश राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे दिग्गज नेताओं को भी करनी पड़ रही है कड़ी मशक्कत
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से समाजवादी पार्टी और भाजपा के कई नाराज प्रत्याशियों ने बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली और अब चुनावी मैदान में दोनों दलों के कई दिग्गज प्रत्याशियों के लिए चुनौती बन गए हैं। चाहे सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर हों अथवा भाजपा छोड़ सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य। इन दोनों नेताओं की राह को बसपा प्रत्याशियों ने पथरीली कर दी है।
सैय्यद शादाब फातिमा:
सपा सरकार में मंत्री रही गाजीपुर की जहूराबाद से सैय्यद शादाब फातिमा इस बार बसपा से प्रत्याशी हैं और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को कड़ी टक्कर दे रही हैं। यहां से भाजपा से कालीचरण राजभर प्रत्याशी हैं। सैय्यद शादाब फातिमा सपा से टिकट मांग रही थीं, लेकिन यह सीट ओमप्रकाश राजभर के खाते में जाने से नाराज फातिमा बसपा में शामिल हो गईं और अब उन्हें कड़ी टक्कर दे रही हैं। फातिमा ने 2012 में ओमप्रकाश राजभर को हराया था। उन्होंने सपा व भाजपा दोनों के लिए चुनौती बन गई हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ इलियास अंसारी:
भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर की फाजिल नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां से उनके खिलाफ बसपा ने इलियास अंसारी को टिकट दिया है। इलियास अंसारी लंबे समय से सपा में थे। बसपा में शामिल होने से पहले जिलाध्यक्ष थे। लेकिन उनकी जगह पर स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा से टिकट मिलने पर वह बसपा में शामिल हो गए। दूसरी ओर, यहां से भाजपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य की बिरादरी के सुरेंद्र कुशवाहा को उतारा है। सुरेंद्र कुशवाहा दो बार के विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के पुत्र हैं। यहां भी लड़ाई दिलचस्प हो गई है।
बेल्थरा रोड से इं.प्रवीण सिंह:
बलिया की बेल्थरा रोड सीट से बसपा ने इं.प्रवीण सिंह को टिकट दिया है। प्रवीण सिंह भाजपा से टिकट मांग रहे थें, लेकिन ऐन मौके पर बसपा से भाजपा में शामिल हुए छट्ठू राम को टिकट मिलने से नाराज प्रवीण सिंह बसपा में शामिल हो गए और अब प्रवीण सिंह बसपा उम्मीदवार के तौर पर छट्ठू राम को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। यहां गठबंधन के तहत सुभासपा से हंसू राम चुनाव लड़ रहे हैं।
टांडा से शबाना खातून:
अम्बेडकरनगर की टांडा सीट से बसपा ने शबाना खातून को प्रत्याशी बनाया है। शबाना खातून के लिए बसपा ने अंतिम समय में अपने घोषित प्रत्याशी मनोज वर्मा का टिकट काट दिया। यहां से सपा ने पूर्व मंत्री राम मूर्ति वर्मा को टिकट दिया है।
किछौछा की नगर पंचायत शबाना खातून सपा से टिकट चाह रही थीं। सपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने अपने पति और समर्थकों के साथ हाथी पर सवाल हो गई। भाजपा ने मौजूदा विधायक संजू देवी की जगह पर दो बार जिलाध्यक्ष रहे कपिल देव वर्मा को प्रत्याशी बनाया है।
मड़ियाहूं से श्रद्धा यादव:
यहां बसपा ने श्रद्धा यादव को टिकट दिया है। वह 2012 में यहां से सपा के टिकट पर विधायक बनी थीं। हालांकि 2017 उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस बार भी वह सपा से टिकट मांग रही थी, लेकिन टिकट न मिलने पर बसपा में आ गईं और अब बसपा से चुनाव लड़ रही हैं। दूसरी ओर, यहां पर मुंगरा बादशाहपुर की मौजूदा बागी विधायक सुषमा पटेल सपा में शामिल हो गई हैं और यहां से सपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं।
भाजपा और अपना दल गठबंधन के तहत यहां से अपना दल एस ने मौजूदा सीटिंग विधायक लीना तिवारी का टिकट काटकर डॉ. आरके पटेल को प्रत्याशी बनाया गया है।
रुद्रपुर से सुरेश तिवारी:
देवरिया की बरहज सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक सुरेश तिवारी इस बार रुद्रपुर से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वह 2007 में भी बसपा के टिकट पर यहां से चुनाव जीते थे। यहां से सपा ने रामभुआल निषाद को प्रत्याशी बनाया है। निषाद 2007 में बसपा सरकार में मंत्री रहे हैं। भाजपा ने यहां से मौजूदा मंत्री जय प्रकाश निषाद पर एक बार फिर से उम्मीदवार घोषित किया है।