पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने लोकतंत्र सेनानियों की मृत्यु पर राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि का प्रावधान किया था
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
महज साढ़े तीन महीने पहले मिर्जापुर जनपद Mirzapur के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों, लोकतंत्र सेनानियों, पत्रकारों, साहित्यकारों सहित 137 गणमान्य लोगों को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। लेकिन उसी जनपद में पैदा हुए ‘तू जमाना बदल’ के नायक यदुनाथ सिंह Yadunath Singh को योगी सरकार भूल गई। इमरजेंसी के दौरान मीसा के तहत दो साल तक जेल में रहने वाले यदुनाथ सिंह के निधन पर अंत्येष्टि के दौरान उन्हें राजकीय सम्मान नहीं दिया गया। पूर्वांचल में इसे लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है।
बता दें कि यदुनाथ सिंह Yadunath Singh चुनार Chunar से चार बार विधायक चुने गए और 30 साल पहले जनता दल (अ) Janta Dal के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। किसानों, समाज के वंचितों के हक-हुकूक को लेकर सदैव आंदोलन करने वाले यदुनाथ सिंह इमरजेंसी के दौरान मीसा MISA कानून के तहत दो साल तक ( 1 नवंबर 1975 से 27 नवंबर 1975 तक सेंट्रल जेल, वाराणसी में और 30 नवंबर 1975 से 21 मार्च 1977 तक बरेली स्थित सेंट्रल जेल में बंद रहें)। यदुनाथ सिंह के निधन पर योगी सरकार Yogi Govt की तरफ से उन्हें वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे। पूर्ववर्ती सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकतंत्र सेनानियों की मृत्यु पर राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की व्यवस्था की थी।
पढ़ते रहिए www.up80.online नहीं रहे ‘तू जमाना बदल’ के नायक यदुनाथ सिंह
यदुनाथ सिंह को राजकीय सम्मान न दिए जाने से क्षेत्रवासियों में गहरी नाराजगी है। क्षेत्र के सम्मानित व्यक्ति एवं यदुनाथ सिंह के पुराने साथी बजरंगी सिंह कुशवाहा, अब्दुल सत्तार, सतनाम सिंह, मुकेश सिंह पटेल, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लालव्रत यादव, पूर्व एमएलसी विजय यादव ने भी प्रशासन के इस रवैये पर नाराजगी जाहिर की एवं सवाल किया कि डीएम बताएं कि किसके दबाव में आदरणीय यदुनाथ सिंह को राजकीय सम्मान नहीं दिया गया।
पढ़ते रहिए www.up80.online वो यदुनाथ सिंह ही थे, जिन्होंने कभी मुलायम सिंह यादव का माइक छीन लिया था