नालंदा के किसान परिवार से आने वाली अनुपमा एक सर्जन हैं
यूपी80 न्यूज, पटना
भगवान बुद्ध की तपोस्थली नालंदा की बेटी डॉ.अनुपमा सिंह ने देश की सबसे प्रतिष्ठित आईएएस की परीक्षा पास की है। किसान परिवार से आने वाली डॉ.अनुपमा का 4 साल का एक बेटा भी है। अनुपमा सिंह को पहली बार में ही यह सफलता हासिल हुई है। उन्हें सिविल सर्विस एक्जाम 2019 में 90वां स्थान प्राप्त हुआ है। अनुपमा समाज की युवा पीढ़ी के लिए एक रोल मॉडल के तौर पर उभरी हैं।
भारतीय समाज में उन परिवारों के लिए डॉ. अनुपमा एक नसीहत के तौर पर उभरी हैं, जो शादी के बाद बेटी-बहूओं की इच्छाओं का दमन कर देते हैं। अनुपमा मूलत: नालंदा के धनरुआ क्षेत्र के किसान परिवार (कुर्मी) से ताल्लुक रखती हैं। इनके पिता योगेंद्र प्रसाद पटना के आलमगंज में रहते हैं वे एमआर थे और अब रिटायर हो चुके हैं।
वर्तमान में डॉ.अनुपमा एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने 2002 में माउंट कार्मेल हाई स्कूल से 10वीं पास की। 2011 में पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया और 2014 में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) पास किया। अनुपमा की 2013 में डॉ.रवींद्र कुमार के साथ शादी हुई।
बेटे से दूर दिल्ली जाना चुनौतीपूर्ण था:
अनुपमा कहती हैं कि जब उन्होंने 2018 में आईएएस की तैयारी के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया, उस समय उनका बेटा मात्र 3 साल का था। बेटे से दूर रहने का फैसला ही सबसे बड़ी चुनौती थी। दिल्ली जाने के बाद उनके बेटे की देखभाल उनके पति ने की। दिल्ली आकर उन्होंने करोलबाग स्थित एक कोचिंग संस्थान में एडमिशन लिया। अनुपमा कहती हैं, “ बेटे की दूरियां मुझे कई बार बहुत परेशान करती थी, इसलिए मैं चाहती थी कि मेरी तैयारी और अच्छी हो जाए और मुझे पहली बार में ही सफलता मिल जाए। “
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अनुपमा कहती हैं कि अस्पताल में कार्य करने के दौरान मुझे ऐहसास हुआ कि स्वास्थ्य सेवाओं में काफी कमियां हैं, जिन्हें मैं केवल एक डॉक्टर के तौर पर नहीं सुधार सकती थी, इसीलिए सिविल सर्विस में जाने का निर्णय लिया। जहां आपके पास अधिकार ज्यादा हैं।
