बीकेयू (टिकैत) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने कहा था- किसान किसी को भी भूखा नहीं सोने देगा
लखनऊ, 26 अप्रैल
लॉकडाउन के दौर में जब पूरी दुनिया ठप हो गई, लोग अपने घरों तक सीमित हो गए, ऐसी स्थिति में भी समाज का एक वर्ग ऐसा है, जो कड़ी धूप में अपने खेतों में पसीना बहा रहा है और लोगों का पेट भरने के लिए कड़ी परिश्रम कर रहा है। ऐसे ही एक किसान हैं हरिनाम सिंह वर्मा। पिछले दिनों हरिनाम सिंह वर्मा ने एक टीवी डिबेट में कहा था कि देश का किसान किसी को भूख से मरने नहीं देगा। हम 70 सालों से घाटे की खेती कर रहे हैं, फिर भी हम देश के साथ खड़े हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के दौरान किसान हरिनाम सिंह वर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि जब देश में लॉकडाउन की वजह से देशवासी घरों में हैं, ऐसी स्थिति में भी देशवासियों के लिए देश का किसान खेतों में कड़ी मेहनत कर रहा है।
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने पिछले दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान कहा था कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान देश में किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। हम किसान दिन-रात कड़ी मेहनत करके खेतों में फसल उगा रहे हैं। किसान सदियों से यही तो करता आया है।
विधायक-सांसदों ने अपने घर से क्या दिया:
अखबारों में विधायक निधि व सांसद निधि को सरकार को देने की बात पर तल्खी व्यक्त करते हुए हरिनाम सिंह वर्मा कहते हैं कि आज विधायक-सांसद कह रहे हैं कि वो संकट के दौर में अपनी निधि दे रहे हैं, अरे भाई, ये निधि उनके घर की है क्या? सवाल तो ये है कि ये विधायक-सांसद अपने घर से देश को क्या दे रहे हैं ? मैं किसान का बेटा हूं। मैं 70 सालों से घाटा की खेती कर रहा हूं, फिर भी नहीं मरा हूं, देश के लिए आज खड़ा है, एक-एक किसान देश के साथ खड़ा है।