बंगाल में करारी हार, पंचायत चुनाव में झटका के बाद यूपी फतह के लिए फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है भाजपा
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
बंगाल में करारा झटका और उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में मिली हार के बाद अब भारतीय जनता पार्टी देश के सबसे बड़े सूबे को लेकर फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। हालांकि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है, लेकिन सियासी गलियारों में इस मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ कर देखा जा रहा है।
बता दें कि महज 8 महीने बाद प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को बीजेपी हर हाल में जीतना चाहती है। चूंकि योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाए जाने के बाद प्रदेश में शुरू हुए ठाकुर बनाम ब्राह्मण के बीच वर्चस्व को रोकने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार में कई ब्राह्मण नेताओं एवं अधिकारियों को महत्वपूर्ण पद तो दिया गया, लेकिन इस रेस में पिछड़े और दलित वर्ग खुद को ठगा महसूस करने लगा।
फिलहाल प्रदेश का पिछड़ा और दलित समाज बीजेपी से काफी नाराज चल रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा निकाली गई भर्तियों में ओबीसी का कट ऑफ सामान्य से ज्यादा होने, 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती मामले में ओबीसी को पूरा प्रतिनिधित्व नहीं मिलना, पिछले दो सालों से उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन और साल भर से उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग का पद रिक्त होना जैसे मामलों से ओबीसी और दलित युवाओं में गहरी नाराजगी है।
ऐसे में पिछड़ा व दलित वोटों को सहेजने के लिए अब बीजेपी को सहयोगी दल की भी याद आ रही है। अनुप्रिया पटेल का प्रदेश के ओबीसी और दलित वोटों पर अच्छी पकड़ है। हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित अधिकांश जिलों में बीजेपी को करारा झटका लगा। यहां पर 14 सीटों पर अपना दल (एस) दूसरे पायदान पर रही। इसके अलावा मध्य एवं पूर्वांचल के अधिकांश जिलों में पार्टी के उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन किया। ऐसे में अब माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में अनुप्रिया पटेल को भी समायोजित किया जाएगा।
पढ़ते रहिए www.up80.online पंचायत चुनाव: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में अपना दल (एस) से दूरी भाजपा को ले डूबी