परिवार के आरोप पर बसपा BSP सुप्रीमो ने दी सफाई, कहा-मेरे भाई-बहन नि:स्वार्थ भाव से राजनीति में सेवा करने आए हैं
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह मेरा भी परिवार नहीं है, लेकिन मैं कोई पोशाक धारण कर सन्यासी नहीं बन गई हूं। मेरा परिवार सभी धर्मों के लोग हैं और मैं सभी का ध्यान रखती हूं। सीएम योगी ने केवल एक धर्म विशेष जाति के लोगों पर ही अपना ध्यान फोकस किया है।“ बसपा सुप्रीमो मायावती Mayawati ने बसपा के संस्थापक मान्यवर कांशीराम जी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा है कि यदि मेरे भाई-बहन व रिश्तेदार नि:स्वार्थ भाव से राजनीति में सेवा करने के उद्देश्य से आएं तो इसे परिवारवाद कहकर उंगली नहीं उठाई जानी चाहिए।

बसपा सुप्रीमो ने घोषणा की है कि हम यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए किसी भी पार्टी के साथ चुनावी समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि हम जनता से गठबंधन करेंगे और प्रदेश में सरकार बनाएंगे।
मायावती ने कहा कि चुनाव नजदीक आते देख भाजपा ताबड़तोड़ आधी-अधूरी सरकारी योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण कर रही है। लेकिन प्रदेशवासी इनके झांसे में नहीं आएगी।

सपा व भाजपा के दावे को खारिज किया:
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सपा के 400 और भाजपा के 300 से अधिक सीटें जीतने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह बचकाना दावा है।
आखिर मायावती को क्यों देनी पड़ी सफाई:
चूंकि सोमवार को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भतीजे आकाश आनंद और अपने पुत्र कपिल मिश्रा की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा कि इनके नेतृत्व में सभी वर्ग के साथ ही युवा वर्ग तेजी से बसपा से जुड़ रहा है। सतीश चंद्र मिश्रा की इस पोस्ट के बाद कुछ राजनीतिक दलों ने इसे परिवारवाद करार दिया था।
पढ़ते रहिए www.up80.online बसपा सुप्रीमो मायावती का निर्देश- दलबदलूओं को टिकट दिलवाने से परहेज करें पदाधिकारी
