लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक –दूजे के हुए लाल बहादुर व पूजा
मीरजापुर, 23 अप्रैल
लॉकडाउन के दौर में ऐसी शादी भी देखने को मिल रही है, जिसमें न बाराती शामिल हुए और न ही बैंड-बाजा बजा। मीरजापुर के हलिया क्षेत्र में महज पांच लोगों की उपस्थिति में एक शादी समारोह संपन्न हुआ।
हलिया क्षेत्र के सिकटा गांव के अतरी मजरा निवासी बाऊल कोल ने अपने बेटे लाल बहादुर कोल की शादी हथेड़ा गांव के शंकर की बेटी पूजा के साथ काफी पहले तय कर दी थी। शादी की तिथि 21 अप्रैल को निर्धारित की गई थी। लेकिन पिछले महीने लॉकडाउन लागू हो गया और शादी के लिए प्रशासन की तरफ से केवल 5 लोगों के शामिल होने की अनुमति मिली। ऐसे में वर और वधू पक्ष के लोगों ने निर्धारित तिथि 21 अप्रैल को ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केवल पांच लोगों की उपस्थिति में शादी संपन्न करने का फैसला किया। शादी की रस्म पूरी तरह वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न हुई।
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लॉकडाउन के बाद रिश्तेदारों को भोज देंगे:
दूल्हे के पिता बाऊल कोल का कहना है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद रिश्तेदारों एवं पड़ोसियों को भोज के लिए आमंत्रित करेंगे। बाऊल कोल कहते हैं कि कोरोना जैसी महामारी की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सहित आवश्यक सावधानियों का पालन करना जरूरी है। हम सभी को सरकार के इस फैसला का समर्थन करते हुए पूरी तरह से सहयोग करना चाहिए।
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