जाट आरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं धनखड़, वीपी सिंह व चंद्रशेखर सरकार में रह चुके हैं केंद्र में मंत्री
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
जाटों की नाराजगी दूर करने और राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा BJP ने पश्चिम बंगाल West Bengal के राज्यपाल जगदीप धनखड़ Jagdeep Dhankhar को उपराष्ट्रपति Vice President पद का उम्मीदवार घोषित किया है। सियासत के मजे हुए खिलाड़ी जगदीप धनखड़ पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह और चंद्रशेखर के करीबी रह चुके हैं। दोनों प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में केंद्र में मंत्री रह चुके जगदीप धनखड़ ने जाट आरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी घोषणा की। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व जेपी नड्डा सहित अन्य कई महत्वपूर्ण नेता शामिल थे।
नककी, नजमा हेपतुल्ला और आरिफ मोहम्मद के नाम पर लगा विराम:
उपराष्ट्रपति की रेस में एनडीए की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और नजमा हेपतुल्ला के नाम जोरों पर थें, लेकिन जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा के बाद इन दावेदारों के नाम पर विराम लग गया है।

वकालत से शुरू की थी करियर की शुरूआत:
राजस्थान के झुझन जनपद के किठाना गांव के रहने वाले जगदीप धनखड़ की शुरूआती पढ़ाई गांव में हुई। इसके बाद उनका चयन चित्तौड़गढ़ स्थित सैनिक स्कूल में हो गया। हालांकि बाद में उन्होंने सेना में जाने की बजाय वकालत को अपना पेशा चुना। आपने सबसे कम उम्र में राजस्थान बार काउंसिल का अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त किया। बाद में आप सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे और जाने-माने वकील के तौर पर प्रसिद्ध हो गए।

जनता से सांसद रह चुके हैं धनखड़:
जगदीप धनखड़ झुंझनू से जगदीप धनखड़ जनता दल से सांसद रह चुके हैं। बाद में आप कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन अजमेर से चुनाव हारने के बाद 2003 में जगदीप धनखड़ भाजपा में शामिल हो गए। पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से टकराव की वजह से आप काफी चर्चित रहे।