डिजिटल, वर्चुअल रैली, मोबाइल के जरिए प्रचार की छूट, इस बार वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ा
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
कोरोना की तीसरी लहर के बीच चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा तो कर दी, लेकिन चुनाव के दौरान कई प्रतिबंध भी लगा दिया है, जिसे राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों को सख्ती से पालन करना होगा। कोरोना को देखते हुए 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली, रोड शो, बाइक रैली, नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगा दी गई है। हालांकि चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल, मोबाइल के जरिए छूट दे रखी है। इस बार सभी राज्यों में वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ा दिया है।
आयोग ने अब रात्रि 8 बजे से सुबह 8 बजे तक किसी तरह के प्रचार, जनसंपर्क पर रोक लगा दी है। इसके अलावा विजय जुलूस पर भी रोक लगा दी गई है।
वर्चुअल कैंपेन पर जोर:
आयोग ने रोड शो, बाइक रैली, जनसभा की बजाय वर्चुअल कैंपेन की मंजूरी दी है। हालांकि 15 जनवरी के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। यदि कोरोना की स्थिति नियंत्रित रही तो कुछ राहत मिल सकती है। उम्मीदवार इस बार विजय जुलूस नहीं निकाल पाएंगे। विजयी उम्मीदवार केवल 2 लोगों के साथ प्रमाण पत्र लेने जाएंगे।
ऑनलाइन आवेदन की सुविधा:
चुनाव आयोग ने कोरोना संकट को देखते हुए इस बार ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी शुरू करने का फैसला किया है।
प्रत्याशियों को जारी करना होगा आपराधिक रिकार्ड:
चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशी को अपना आपराधिक रिकॉर्ड जनता को बताना होगा। उसे टीवी चैनल और अखबार के माध्यम से तीन बार अपना आपराधिक रिकॉर्ड जारी करना होगा।
कोरोना टीका जरूरी:
ड्यूटि पर तैनात सभी कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए।