अतिथियों को काला नमक चावल से बना भगवान बुद्ध का महाप्रसाद दिया जाएगा
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्धाटन करेंगे। यह देश का 29वां एवं उत्तर प्रदेश का चौथा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। उद्धाटन के अवसर पर श्रीलंका से पहली फ्लाइट लैंड करेगी, जिसमें 25 प्रतिनिधि एवं 100 बौद्ध भिक्षु होंगे।
कुशीनगर क्षेत्र बौद्ध सर्किट के अंतर्गत आता है। इसमें लुंबिनी, बोध गया और सारनाथ भी शामिल है।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से बौद्ध तीर्थ यात्रियों की संख्या में 15 से 20 परसेंट वृद्धि होने का अनुमान है। अब पर्यटकों को कुशीनगर, लुंबिनी, बोध गया और सारनाथ जाना आसान हो जाएगा। बहुत कम समय में बौद्ध सर्किट की यात्रा कर सकेंगे।
लगातार पर्यटकों की हो रही है वृद्धि:
कुशीनगर आने वाले बौद्ध तीर्थ यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 2016 में 8.98 लाख, 2017 में 9.3 लाख, 2018 में 9.7 लाख और 2019 में 10.96 लाख पर्यटक कुशीनगर आए थे। हालांकि 2020 और 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई थी।
काला नमक से बना महाप्रसाद ‘खीर’ का होगा वितरण:
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्धाटन अवसर पर अतिथियों को भगवान बुद्ध का महाप्रसाद मानी जाने वाली खीर दी जाएगा। महाराजगंज जनपद के निवासी भगवान बुद्ध के अनुयायी एवं पेशे से वकील नंद किशोर पटेल कहते हैं कि भगवान बुद्ध ने हिरण्यवती नदी के किनारे काला नमक चावल की खीर खाकर उपवास तोड़ा था और उपदेश दिया था। चीनी यात्री फाहयान ने भी अपनी यात्रा वृतांत में काला नमक नामक चावल का उल्लेख किया है। यह चावल सुगंध, स्वाद और पौष्टिक होता है। सिद्धार्थनगर जनपद के बर्डपुर क्षेत्र काला नमक चावल का गढ़ माना जाता है।