बीकेयू (टिकैत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. राकेश टिकैत ने गन्ना मंत्री सुरेश राणा को लिखा पत्र, कहा-15 मई के बाद जिन मिलों पर गन्ना शेष बचा है, उसे दूसरी मिलों पर ट्रांसफर किया जाए
लखनऊ, 23 अप्रैल
15 मई तक बंद होने वाली चीनी मिलों को भी चलाया जाए और जिन मिलों पर गन्ना शेष बचा है उसे उन मिलों पर ट्रांसफर किया जाए, ताकि किसानों को संकट से बचाया जा सके। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा को पत्र लिखकर यह मांग की है।
राकेश टिकैत ने कहा है कि इस वर्ष पेराई सत्र जून तक चलने की संभावना है। वर्तमान में उत्पन्न स्थिति किसानों के लिए बेहद चिंताजनक है। किसान के पास वर्तमान में गेंहू की कटाई व खरीफ की बुआई के साथ-साथ गन्ना कटाई का कार्य भी शेष है। मई-जून में गन्ने की कटाई हेतु मजदूर का मिलना असंभव कार्य है। मई जून में गन्ना कटाई से किसानों की पेड़ी की फसल के उत्पादन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसी स्थिति में सरकार को सख्त निर्णय लेने की आवश्यकता है। जिस चीनी मिल के पास 15 मई के बाद भी पेराई हेतु गन्ना शेष हैं। ऐसी सभी चीनी मिलों का गन्ना आसपास की चीनी मिलों पर परिवर्तित किया जाना आवश्यक है। ऐसा इसलिए भी आवश्यक हैं कि कुछ चीनी मिलें बंद होते ही अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न होगा। जिससे कोविड 19 के संबंध में सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी भी प्रभावित होगी।
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इस समय मुजफफरनगर सहित उत्तर प्रदेश के कई जिले भी कोरोना वायरस के संकट से प्रभावित हैं। जिसके कारण किसानों के लिए मजदूरों का मिलना बहुत बड़ी समस्या हो गई है। जून में गन्ना सप्लाई करने से काफी आर्थिक हानि होगी। तथा आगे आने वाली गन्ना की फसल को भी नुकसान होगा। तथा जिलों की कुछ चीनी मिलें बंद होने से अवशेष गन्ने का दबाव भी बढ़ जाएगा। इससे कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक होगी। ऐसी स्थिति में सामाजिक दूरी का पालन करना भी असंभव होगा।
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