अपना दल एस नेता हेमंत चौधरी ने कहा- बगैर वजन के ही कोटेदारों को दिया जाता है अनाज, सीएम से करेंगे शिकायत
सिद्धार्थनगर, 24 अप्रैल
जनपद में राशन वितरण में प्रतिमाह 60 लाख रुपए की धांधली हो रही है। खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों के इस गोरखधंधे से मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पानी फिर रहा है। अपना दल (एस) के युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष एवं सिद्धार्थनगर जनपद के निवासी हेमंत चौधरी ने लॉकडाउन के दौरान जनपद में वितरित हो रहे राशन मामले को लेकर यह सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से इस मामले की शिकायत की जाएगी।
हेमंत चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार जनपद के सभी पात्र गरीबों को तीन महीने का राशन नि:शुल्क दिया जाना अनिवार्य है। बावजूद इसके जरूरतमंदों को पर्याप्त राशन नहीं मिल रहा है। उन्होंने इसके लिए कोटेदारों की बजाय जनपद के आला अधिकारियों के ऊपर ठीकरा फोड़ा है।
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बगैर वजन के कोटेदारों को दिया जाता है अनाज:
हेमंत चौधरी का आरोप है कि कोटेदारों को बगैर वजन के ही अनाज की बोरी दी जाती है। हर बोरी में औसतन 7 किलोग्राम अनाज कम होता है। उन्होंने कहा कि जिले में इस समय 473686 राशनकार्ड धारक हैं और हर महीने जनपद में 45 हजार बोरी राशन आता है। अर्थात हर महीने लगभग तीन हजार क्विंतल राशन यानी 60 लाख रुपए भ्रष्ट अधिकारी डकार जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में गांव में राशन वितरण करते समय कोटेदार भी चोरी करेगा, क्योंकि उसको पहले ही राशन कम दिया गया।
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