बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा-26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परंपरा की शुरूआत न हो
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के अलावा देश की तमाम हस्तियां भी मुखर होने लगी हैं। एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार एवं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कृषि कानूनों का विरोध किया है। दोनों नेताओं ने मांग की है कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए।
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ महाराष्ट्र में भी प्रदर्शन किया गया। इसमें एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बाला साहेब थोराट ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान शरद पवार ने कहा कि ठंड के मौसम में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लाखों किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या पीएम ने उनके बारे में पूछताछ की है? क्या ये किसान पाकिस्तान के हैं? कृषि कानूनों के खिलाफ महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से हजारों की संख्या में किसान मुंबई के आजाद मैदान में इकट्ठा हुए हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “बीएसपी का केंद्र सरकार से पुन: अनुरोध है कि इनको आंदोलित किसानों की मांगों में से खासकर तीन कृषि कानूनों को जरूर वापसले लेना चाहिए, ताकि कल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परंपरा की शुरूआत न हो तथा न ही दिल्ली पुलिस के संदेह के मुताबिक कोई गलत व अनहोनी हो सके।“