आरक्षण बचाने के लिए आजमगढ़ में सरदार सेना के समर्थकों ने शपथ ली
लखनऊ, 1 मार्च
वंचितों के अधिकारों पर जैसे-जैसे कुठाराघात बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे सरदार सेना का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। आजमगढ़ जनपद शुरू से आरक्षण के समर्थकों के संघर्ष का मुख्य केंद्र रहा है। जनपद के युवाओं के जूझारूपन को देखते हुए पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में सरदार सेना की पैठ भी तेजी से बढ़ी है। आजमगढ़ जनपद के सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के बरखूराम वर्मा महिला महाविद्यालय में सरदार सेना के मुखिया डॉ.आरएस पटेल के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बैठक की गई और बैठक में आरक्षण की मांगों को लेकर सांसदों के आवास का घेराव करने का फैसला लिया गया। इस मौके पर सरदार सेना के पदाधिकारियों ने बकायदा शपथ भी ली। इस बैठक में जनपद व इसके आसपास के इलाकों के आरक्षण समर्थकों का जमावड़ा हुआ।
सरदार सेना की मांग:
1.उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रमोशन में आरक्षण पर लगी रोक को तत्काल निरस्त किया जाए। इस बाबत संसद में अध्यादेश लाया जाए।
2.उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वंचितों के ओवरलैपिंग के अधिकार पुन: वापस दिलाया जाए। ताकि अधिक कट ऑफ लाने वाले वंचित वर्ग के मेधावी छात्रों का चयन सामान्य वर्ग में हो सके।
3.देश में एनपीआर की जरूरत नहीं है, बल्कि जातिगत जनगणना कराया जाए, ताकि वंचितों को उनका पूरा अधिकार ठीक से मिल सके।
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4.अखिल भारतीय राष्ट्रीय न्यायिक सेवा का तत्काल गठन किया जाए, ताकि न्यायपालिका में ओबीसी, एससी-एसटी वर्ग का प्रतिनिधित्व बढ़ सके।
5.सरकारी संस्थानों अथवा संविदा या अर्द्धसरकारी संस्थानों में निम्न से लेकर उच्च सभी पदों पर वंचित वर्गों की आबादी के अनुपात में निचली अदालत से लेकर शीर्ष अदालत तक सभी पदों पर सम्पूर्ण प्रतिनिधित्व लागू किया जाए।
6.वंचित वर्गों के अधिकारों का हनन 1950 से लेकर अब तक जिन-जिन विभागों में हुआ है उन सभी विभागों में आबादी के अनुपात में बैकलॉग नियुक्ति तत्काल लागू की जाए।
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