पहले जगह मोहन, फिर सिंधिया और अब पायलट जैसे युवा एवं जमीनी नेता कांग्रेस से हुए दूर
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
पहले जगन मोहन रेड्डी, फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया और अब सचिन पॉयलट। ज्योतिरादित्य सिंधिया को छोड़कर जगन मोहन रेड्डी और सचिन पायलट किसान परिवार से आते हैं। ये तीनों युवा नेता उत्तर से दक्षिण तक कांग्रेस को जमीन पर मजबूती देने में सक्षम थें। ये नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की टीम के मजबूत स्तम्भ हो सकते थें, लेकिन कांग्रेस में कुछ ऐसा चल रहा है, जिसकी वजह से ये जमीनी नेता एक-एक करके कांग्रेस को अलविदा कह गए। ज्योतिरादित्य सिंधिंया के इस्तीफा देने के महज चार महीने बाद मंगलवार को सचिन पॉयलट को भी कांग्रेस से बाहर कर दिया गया। बर्खास्तगी के बाद सचिन पायलट ने कहा, “सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं।”
उधर, सचिन पॉयलट की पार्टी से बर्खास्तगी पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को जरूर इस गंभीर विषय पर मंथन करने की जरूरत है। अन्यथा आने वाले समय में पार्टी के कुछ और नेता कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं।
अधीर रंजन चौधरी:
लोकसभा में कांग्रेस का मजबूत पक्ष रखने वाले अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि यह घटनाक्रम न केवल कांग्रेस के लिए निराशाजनक है, बल्कि पार्टी के जमीनी कार्यकत्र्ताओं के लिए भी है।
पॉयलट ने समर्पण से काम किया: जितिन प्रसाद
उत्तर प्रदेश से आने वाले कांग्रेस के युवा नेता जितिन प्रसाद ने कहा, “सचिन पायलट मेरे मित्र हैं। इस तथ्य को कोई नकार नहीं सकता कि इतने वर्षों में उन्होंने पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया है। उम्मीद करता हूं कि हालात संभाले जा सकते हैं। दु:खद है कि बात यहां तक पहुंची।“
पूर्व सांसद प्रिया दत्त:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं महान कलाकार सुनील दत्त की पुत्री प्रिया दत्त ने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी ने संभावनाओं से भरे दो बड़े युवा नेताओं ज्योतिरादित्य सिंधिया और पायलट को खो दिया। मैं नहीं मानती कि महात्वाकांक्षी होना गलत बात है। उन्होंने मुश्किल समय में बहुत मेहनत से काम किया था।”
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पायलट संवैधानिक पद पर थे। हो सकता है कि उनके कुछ कदम पद के अनुरूप नहीं रहे हों। अगर खुले दरवाजों का रचनात्मक उपयोग नहीं होता है, तो कुछ दरवाजों को बंद करना पड़ता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मामले का सौहार्दपूर्ण समाधान निकाल लिया जाएगा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और वीरप्पा मोइली ने भी इस घटनाक्रम पर दु:ख जताया है। सलमान खुर्शीद ने कहा, “यह घटनाक्रम दु:खद है। मैं आरोप-प्रत्यारोप की बातों में नहीं पड़ना चाहता। मैं उम्मीद करता हूं कि हम इन सब चीजों की बजाय मिलकर चुनौतियों से लड़ेंगे।” वीरप्पा मोइली ने कहा कि जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन पायलट को भी धैर्य रखना चाहिए था और जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी।
कांग्रेस में योग्यता के लिए कोई जगह नहीं: सिंधिया
चंद महीने पहले कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस में योग्यता के लिए कोई जगह नहीं है। इसे हर राज्य में देखा जा सकता है।