ओमप्रकाश राजभर ने सपा प्रमुख के खिलाफ दिन में ही मोर्चा खोलकर दे दिया था संकेत
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू Draupadi Murmu के सम्मान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Yogi Adityanath द्वारा दिए गए रात्रि भोज में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव Akhilesh Yadav के चाचा एवं प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव Shipal Yadav एवं उनकी सहयोगी पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर Omprakash Rajbhar भी पहुंच गए। इन दोनों नेताओं के सीएम आवास पर दिए गए भोज में शामिल होने से प्रदेश की आगामी राजनीतिक दिशा के बदलने के संदेश दे रही है। हालांकि ओमप्रकाश राजभर ने दिन में ही मऊ में आयोजित पार्टी के कार्यक्रम में अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोलकर संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि अखिलेश को केवल मुस्लिम व यादव ही दिखते हैं।
सीएम योगी द्वारा द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में दिए गए भोज में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक, अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, अपना दल एस के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, निषाद पार्टी के अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री संजय निषाद और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के अलावा शिवपाल यादव, ओमप्रकाश राजभर और बसपा के उमाशंकर सिंह भी शामिल हुए। भोज में शिवपाल सिंह यादव, ओमप्रकाश राजभर व बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने पहुंचकर सबको चौंका दिया।
यशवंत सिन्हा के समर्थन में आयोजित बैठक में नहीं शामिल हुए शिवपाल व राजभर:
द्रौपदी मुर्मू के लखनऊ आगमन से एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा लखनऊ आए थे। उनके समर्थन में सपा की तरफ से आयोजित बैठक में शिवपाल व राजभर को नहीं बुलाया गया था। पिछले कुछ दिनों से राजभर की लगातार बयानबाजी से सपा प्रमुख अखिलेश यादव नाराज चल रहे हैं। उन्हें न बुलाकर सपा ने गठबंधन तोड़ने के संकेत दे दिए थे। इस बीच, भाजपा ने भी शिवपाल व राजभर से संपर्क शुरू कर दिया था। राजभर के तेवर शुक्रवार सुबह ही दिख गए थे जब उन्होंने कहा कि अखिलेश पहले अपने चाचा का वोट यशवंत सिन्हा को दिलाकर दिखाएं। अखिलेश को केवल मुस्लिम व यादव ही दिखते हैं।
ओमप्रकाश राजभर और शिवपाल सिंह यादव के करीब आने का असर राष्ट्रपति चुनाव के अलावा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी असर पड़ सकता है।
एनडीए प्रत्याशी के बढ़ जाएंगे मत:
भाजपा खेमे में शिवपाल सिंह यादव, ओमप्रकाश राजभर व राजा भैया एवं उमाशंकर सिंह के आने से मत बढ़ जाएंगे। फिलहाल भाजपा गठबंधन के पास 273 विधायक हैं, इन दलों के आने से भाजपा खेमे को सुभासपा के छह, जनसत्ता दल के 2 और शिवपाल के एक मत बढ़ जाएंगे। बसपा पहले ही द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। बसपा के पास एक विधायक एवं 10 सांसद हैं।