सेंट जेवियर्स स्कूल में छात्रों को मिले प्रेरणा के सूत्र
यूपी 80 न्यूज़, बेल्थरा रोड
बेल्थरारोड में बुधवार को सेंट जेवियर्स स्कूल में आयोजित शैक्षणिक संगोष्ठी छात्रों के लिए प्रेरणा और आत्ममंथन का केंद्र बन गई। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद और फ्रांस के मोंटपेलियर बिजनेस स्कूल में प्रोफेसर, प्रो. रामेश्वर दुबे ने छात्रों को सफलता के ऐसे सूत्र बताए, जो केवल परीक्षा पास करने तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाले थे।

“नौकरी पाने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनो” – प्रो. दुबे ने जब यह बात कही, तो पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि शिक्षा का असली उद्देश्य आत्मनिर्भरता और नवाचार है, न कि केवल सरकारी नौकरी की दौड़।
उन्होंने अपने व्याख्यान में क्रिकेट के प्रेरणादायक उदाहरणों के जरिए समझाया कि जीवन की कठिन परिस्थितियों में ही व्यक्ति की असली क्षमता सामने आती है। उन्होंने 2001 में ईडन गार्डन में वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़, और 2025 में केएल राहुल व वाशिंगटन सुंदर की पारियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि “संकट के समय संयम और साहस ही सफलता की कुंजी है।”
छात्रों को उन्होंने सोचने की क्षमता विकसित करने, समय का सदुपयोग करने और सोशल मीडिया व टीवी डिबेट्स से दूरी बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “यूके की संसद की बहसें देखो, सोचने का तरीका बदलेगा।” शिक्षा को केवल डिग्री तक सीमित न रखकर, उसे समाज सुधार और नवोन्मेष का साधन बनाने पर बल दिया।
प्रो. दुबे ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में शिक्षकों की बदलती स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि “आज गांवों में शिक्षक से ज्यादा सम्मान एक सिपाही को मिलता है, यह समाज के दृष्टिकोण को दिखाता है, जिसे बदलने की जरूरत है।”
कार्यक्रम के अंत में स्कूल के निदेशक डॉ. जे.आर. मिश्र और प्राचार्या श्रीमती शीला मिश्रा ने प्रो. दुबे को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर वाइस प्रिंसिपल तनवीर फातमा, शिक्षक बबलू जी, जे.के. गोयल, व अभिभावकगण सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।