पिछड़ा समाज के किसानों के घर व जानवर जला दिए गए, महिलाओं-बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र के गोविंदपुर-परसठ गांव में पुलिस की मिलीभगत से दबंगों द्वारा पिछड़ी जाति के किसानों पर किए गए हमले की जांच के लिए अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल Anupriya Patel ने घटनास्थल पर चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। यह प्रतिनिधिमंडल लॉकडाउन के समय सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए सोमवार को घटना स्थल पर जाकर पीड़ितों एवं घायलों से मुलाकात करेगा और राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौपेंगा।
प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं अपना दल एस के विधानमंडल दल के नेता नील रतन पटेल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रयागराज के सोरांव से विधायक डॉ.जमुना प्रसाद सरोज, प्रतापगढ़ के विश्वनाथगंज से विधायक डॉ.आरके वर्मा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य राजेंद्र प्रसाद पाल शामिल होंगे।
पढ़ते रहिए www.up80.online प्रतापगढ़ में पुलिस की मिलीभगत से महिलाओं-बच्चों पर दबंगों का कहर
क्या है मामला:
दो दिन पहले प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र के गोविंदपुर-परसठ Govindpur-Parsath गांव में दबंगों ने ग्राम प्रधान व पुलिस की मिलीभगत से किसानों, महिलाओं एवं बच्चों पर कहर बरपाया था। किसानों के कई घर जला दिए गए। दूध पीते बच्चों की मां को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल Ashish Patel ने प्रतापगढ़ Pratapgarh एसपी से तत्काल इस मामले में निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इस मामले में 60 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है।
मामले की गंभीरता का अंदाजा हम इसी से लगा सकते हैं कि कांग्रेस ने इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खासमखास कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह ऊर्फ मोती सिंह पर दबंगों को सह देने का आरोप लगाया तो युवा नेता हार्दिक पटेल Hardik Patel ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। हालांकि पिछड़ों के साथ हुई इस ज्यादती मामले में बसपा और समाजवादी पार्टी के नेता अब तक मौन हैं।