फ्लाई ऐश का ठीक से नहीं हो रहा निस्तारण, फैल रहा है प्रदूषण: अभिषेक चौबे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विधि मंच, अपना दल (एस)
यूपी80 न्यूज, प्रयागराज
अपना दल (एस) विधि मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता अभिषेक चौबे ने आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र जनपद में रहस्यमयी बुखार से हो रही लगातार मौतों की रोकथाम हेतु केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को पत्र लिखा है। अभिषेक चौबे ने पत्र के माध्यम से सोनभद्र के मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही व उपेक्षात्मक रवैये को जिम्मेदार ठहराया है।

अभिषेक चौबे ने इन मौतों की कवरेज करने वाले पत्रकार भाइयों पर हमले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

औद्योगिक क्षेत्र है सोनभद्र:
अभिषेक चौबे का कहना है कि सोनभद्र आदिवासी बाहुल्य जनपद होने के साथ साथ उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक राजस्व प्रदान करने वाला औद्योगिक क्षेत्र भी है। यहां पर सरकारी व गैर सरकारी थर्मल पावर प्लान्ट, एल्यूमिनियम प्लान्ट्स , केमिकल प्लान्ट्स, नार्दन कोल फील्ड्स लिमिटेड की ककरी, बीना, कृष्णशिला, खड़िया आदि कोयला खदान परियोजनाएं व स्टोन क्रशर प्लान्ट्स संचालित हैं। वर्तमान में इस क्षेत्र में लगभग 12000 मेगावाट प्रतिदिन विद्युत उत्पादन सिंगरौली सोनभद्र परिक्षेत्र के ताप विद्युत प्लांट्स द्वारा किया जा रहा है।
फ्लाई ऐश का नहीं होता निस्तारण:
अभिषेक चौबे का कहना है कि इस परिक्षेत्र में कोयले पर आधारित लगभग 10 पावर प्लान्ट हैं जोकि बिजली उत्पादन में सालभर में लगभग 10.3 करोड़ टन कोयले की खपत करते हैं। फलस्वरूप हर साल लगभग चार करोड़ टन फ्लाई ऐश / राख पैदा होती है ,जिसका समुचित निस्तारण नहीं हो पाता है। बड़ी मात्रा में जहरीली फ्लाई ऐश ओवरफ्लो होकर विभिन्न स्रोतों से रिहन्द जलाशय में जाकर उसे जहरीला बना रहे हैं।

इन इलाकों में हो रही हैं मौतें:
अभिषेक चौबे का कहना है कि रिहन्द जलाशय में सीधे प्रवाहित हो रहे अपशिष्टों की वजह से जलाशय अति गंभीर रूप से प्रदूषित हो चुका है, जिससे क्षेत्र की बड़ी आबादी रहस्यमयी बीमारियों बुखार व प्रतिकूल स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से जूझ रही है। वर्तमान में म्योरपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत सिंदूर मकरा के लभरी गाढ़ा , अगड़ियाडीह , भेड़िया , मड़ैया , मकरा टोले में डेढ़ माह के अन्दर ही 18 से अधिक मौतें रहस्यमयी बुखार ( मलेरिया ) से हो गयी है।