सरदार पटेल ने 565 रियासतों का भारत में विलय कराया था
नई दिल्ली, 10 अगस्त
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भले ही जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन कानून को मंजूरी दे दी हो, लेकिन दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर अस्तित्व में आयेंगे। केंद्र सरकार 31 अक्टूबर को इसे लागू करेगी।
बता दें कि लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल ने आजादी के बाद 565 रियासतों को भारत में विलय कराकर अखंड भारत का निर्माण किया। चूंकि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती है, अत: केंद्र सरकार ने 31 अक्टूबर को ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर अस्तित्व में लाने का फैसला किया है।
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पुड्डुचेरी की तरह जम्मू-कश्मीर भी केंद्र शासित प्रदेश होगा, जिसकी अपनी विधानसभा होगी। जबकि लद्दाख को चंडीगढ़ की तरह सीधे-सीधे केंद्र सरकार के अधीन रखा जाएगा।
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जम्मूश्मीर में उपराज्यपाल की नियुक्ति होगी। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में 87 सीटें हैं, इनमें से 4 सीटें लद्दाख क्षेत्र से आती हैं। कारगिल और लेह जिले भी लद्दाख के अंतर्गत आएंगे।