कांग्रेस Congress ने पूछा-वित्त मंत्री Finance minister सरकार चला रही हैं या सर्कस?
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
प.बंगाल और असम सहित देश के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के डर की वजह से पीपीएफ PPF और एनएससी NSC जैसी छोटी बचत योजनाओं Small Savings Scheme में ब्याज दरों पर बड़ी कटौती के अपने फैसले को केंद्र सरकार ने महज 24 घंटे में पलट दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Finance Minister Nirmala Sitaraman ने गुरुवार को इस कटौती को वापस लेने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ऐसा गलती से हो गया था, जबकि कांग्रेस ने पलटवार करते हुए सवाल किया कि वित्त मंत्री सरकार चला रही हैं या सर्कस?

कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी Priyanka Gandhi ने कहा कि देश भर में गफलत पैदा करने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए निर्मला सीतारमण को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने दावा कि चुनाव के कारण ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम भी नहीं बढ़ रहे हैं। एक बार चुनाव जाने दीजिए, भाजपा अपना अनर्थशास्त्र फिर से लागू करेगी।
ये है मामला:
चूंकि छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वालों को झटका देते हुए सरकार ने बुधवार को पीपीएफ और एनएससी सहित लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की कटौती कर दी थी। लेकिन इसके महज एक रात बाद गुरुवार को यह फैसला वापस लेने की घोषणा कर दी गई।
पांच राज्यों में दूसरे चरण का मतदान:
उधर, गुरुवार को पश्चिम बंगाल, असम सहित पांच राज्यों में दूसरे चरण का मतदान हुआ। बंगाल के नंदीग्राम सहित 30 विधानसभा क्षेत्रों, असम की 39 सीटों पर वोट डाले गए। ऐसे में मतदाताओं क भड़कने का डर देख सीतारमण ने सुबह ट्वीट किया-
“छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी जो 2020-21 की अंतिम तिमाही में थी। यानी जो दरें मार्च 2021 तक थीं। पहले दिया गया आदेश वापस लिया जाएगा।”
बता दें कि वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार पीपीएफ पर ब्याज 0.7 प्रतिशत से कम कर 6.4 प्रतिशत और एनएससी पर 0.9 प्रतिशत कम कर 5.9 प्रतिशत कर दी गई थी। लघु बचत योजनाओं पर ब्याज तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती है। ब्याज में सर्वाधिक 1.1 प्रतिशत की कटौती एक साल की मियादी जमा राशि पर हुई थी। इस पर ब्याज 5.5 प्रतिशत से कम करके 4.4 प्रतिशत करने का फैसला हुआ था। लेकिन पुरानी दरें बहाल होने के बाद पीपीएफ और एनएससी पर क्रमश: 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत की दर से वार्षिक ब्याज मिलता रहेगा। इसी तरह सुकन्या समृद्धि योजना के लिए 7.6 प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा। पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दर 7.4 प्रतिशत ही रहेगी।
साभार: www.darbhangatimes.com