मछुआ समाज को एससी का दर्जा नहीं मिला तो भाजपा से अलग हो जाएगी निषाद पार्टी NISHAD Party
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव में निषाद पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। यदि योगी सरकार ने मछुआ बिरादरी को एससी में शामिल नहीं किया तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी भाजपा से गठबंधन तोड़कर सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद ने यह ऐलान किया है।
संजय निषाद ने भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने मछुआ समाज (निषाद) को अनुसूचित जाति में शामिल करने का वादा किया था, लेकिन चुनाव बाद भाजपा अपने वादे को भूल गई। आज मछुआ समाज में गहरी नाराजगी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मछुआ समाज को अनुसूचित जाति में शामिल नहीं किया गया तो विधान सभा चुनाव में सभी सीटों पर निषाद पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 100 विधानसभा सीटों पर पार्टी जीत हासिल कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजने और प्रदेश मंत्रिमंडल में जगह देने के अलावा लखनऊ में पार्टी कार्यालय के लिए जगह देने की भी बात कही थी, लेकिन सभी वादे भूल गई।
बता दें कि संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद फिलहाल संत कबीर नगर संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं। 2018 में प्रवीण कुमार ने समाजवादी पार्टी के तौर पर गोरखपुर संसदीय सीट पर बीजेपी प्रत्याशी को बुरी तरह से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के ऐन मौके पर प्रवीण कुमार भाजपा में शामिल हो गए और संत कबीर नगर से चुनाव जीते। लोकसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने भाजपा का समर्थन किया था।