आईआईएम में एसटी की 80 % सीटें खाली, लोकसभा में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री निशंक ने दी जानकारी
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में अन्य पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित 50 परसेंट से ज्यादा सीटें खाली हैं। वहीं अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए आरक्षित 40 परसेंट सीटें खाली पड़ी हैं। प्रबंधन के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में ओबीसी व एससी की 60 परसेंट पद रिक्त हैं। इसके अलावा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 80 परसेंट सीटें रिक्त पड़ी हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस सांसद एन.उत्तम कुमार रेड्डी द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी दी।
इंडियन इंस्टीट्यूट टेक्नॉलॉजी (आईआईटी) ने केवल गैर शिक्षक पदों का आंकड़ा मुहैया कराया है। शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर के पद सर्वाधिक रिक्त हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों के 1062 प्रोफेसर में 1परसेंट से भी कम लोग एसटी समुदाय से आते हैं।
इसी तरह केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित असिस्टेंट प्रोफेसर के 2206 पदों में से 64 फीसदी ही भरे हैं। प्रोफेसर के 378 पदों में से केवल 5 फीसदी से भी कम पर नियुक्तियां हुई हैं। शिक्षा मंत्री निशंक ने खाली पदों के लिए विश्वविद्यालयों को ही जिम्मेदार ठहराया।
वर्तमान में 42 विश्वविद्यालयों में 6074 पद रिक्त हैं, इनमें से 75 परसेंट सीटें आरक्षित श्रेणी की हैं।
रिक्त पद:
विश्वविद्यालय – एससी – एसटी – ओबीसी
42 केंद्रीय विश्व. – 39 – 42 – 52
संस्कृत केंद्रीय विश्व. – 12 – 13 – 13
इग्नू – 41 – 49 – 67
आईआईटी (नॉन फैकल्टी)-36 -47 -42
आईआईएम -62 -79 -63
IISERs -39 -59 -44
IISc – 20 -55 -90
कुल – 38 – 43 – 52