कांति सिंह Kanti Singh , केदार नाथ सिंह Kedar Nath Singh, डॉ.यज्ञदत्त शर्मा Dr Yagyadatta Sharma सहित 11 एमएलसी (शिक्षक-स्नातक) का कार्यकाल हो चुका है पूर्ण
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में विधान परिषद MLC (शिक्षक व स्नातक) की 11 सीटों के लिए 1 दिसंबर को चुनाव होगा। इस बाबत चुनाव आयोग Election Commission ने चुनाव की तिथि घोषित कर दी है। 5 नवंबर से अधिसूचना जारी हो जाएगी।
विधान परिषद चुनाव हेतु 12 नवंबर तक पर्चा दाखिल करने की अंतिम तिथि है। जबकि पर्चा वापस लेने की आखिरी तिथि 17 नवंबर है। इन सीटों के लिए 1 दिसंबर को वोटिंग होगी और 3 दिसंबर को मतगणना और नतीजों का एलान किया जाएगा।
अधिसूचना जारी: 5 नवंबर
नामांकन की अंतिम तिथि: 12 नवंबर
स्क्रूटनी: 13 नवंबर
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि:17 नवंबर
मतदान : 1 दिसंबर
मतदान का समय: सुबह 8 से 5 बजे तक
मतगणना की तिथि: 3 दिसंबर
मई 2020 में खत्म हो चुका है 11 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल:
उत्तर प्रदेश में 11 विधान परिषद सीटें 6 मई 2020 से रिक्त हैं। इनमें से 6 सीटें सपा, 2 बसपा और 3 सीटें भाजपा की हैं। चूंकि वर्तमान में यूपी में भाजपा की सरकार है और उसके विधायकों की संख्या भी ज्यादा है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार भाजपा 8 सीटें जीत सकती है।
इन विधान परिषद सदस्यों का खत्म हुआ कार्यकाल:
1.कांति सिंह- लखनऊ डिविजन
2.केदार नाथ सिंह- वाराणसी डिविजन
3.डॉ.असीम यादव-आगरा डिविजन
4.हेम सिंह पुंडीर, शिक्षक नेता-मेरठ डिविजन ग्रुजेएट
5.डॉ.यज्ञदत्त शर्मा-इलाहाबाद-झांसी डिविजन ग्रेजुएट
6.उमेश द्विवेदी-लखनऊ डिविजन टीचर्स
7.चेत नारायण सिंह- वाराणसी डिविजन टीचर्स
8.जगवीर किशोर जैन-आगरा डिविजन टीचर्स
9.ओमप्रकाश शर्मा नेता शिक्षक दल-मेरठ डिविजन टीचर्स
10.संजय कुमार मिश्रा-बरेली मुरादाबाद डिविजन टीचर्स
11.ध्रुव कुमार त्रिपाठी-गोरखपुर फैजाबाद डिविजन टीचर्स
ऐसे होता है चुनाव:
विधान परिषद की एक तिहाई सदस्य विधान सभा सदस्यों द्वारा चुने जाते हैं। अन्य एक तिहाई सदस्य स्थानीय निकायों के सदस्यों और जिला बोर्ड के सदस्यों द्वारा एवं 1/12 सदस्यों का चुनाव राज्य के शिक्षक करते हैं और शेष 1/12 सदस्यों का चुनाव स्नातक पास पंजीकृत मतदाता करते हैं।
विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल भी राज्यसभा सदस्यों की तरह 6 साल होता है। प्रत्येक 2 साल पर एक-तिहाई सदस्यों का चुनाव होता है।
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