दोनों नेताओं ने कहा-पार्टी के पुराने वफादार सिपाही हैं
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने पुराने करीबी एवं विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर को भले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया हो, लेकिन लालजी वर्मा व राम अचल राजभर अभी भी मायावती के प्रति अपनी वफादारी साबित करने में लगे हुए हैं। निष्कासन के बाद लालजी वर्मा और रामअचल राजभर ने कहा है कि वो दोनों पार्टी के पुराने वफादार सिपाही हैं और पार्टी में ही रहेंगे। बता दें कि दोनों नेताओं को पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में गुरुवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
लालजी वर्मा ने कहा है कि उन्हें खुद समझ में नहीं आ रहा है कि मुझे पार्टी से क्यों निकाला गया है? उन्होंने सफाई दी है कि पंचायत चुनाव के दौरान वह कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पीजीआई में भर्ती थे, ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। इलाज के दौरान बहन जी ने मुझे फोन कर मेरा हाल चाल लिया और आराम करने की सलाह भी दी। बीमार होने की वजह से पंचायत चुनाव में सक्रिय नहीं हो सके थे, लेकिन वह पार्टी से निकाले जाने के बाद भी वफादार सिपाही के रूप में काम करते रहेंगे और उनका किसी अन्य दल में जाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह बहन जी से मिलने की कोशिश करेंगे और उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराएंगे।
इसी तरह बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर ने कहा है कि उन्हें निष्कासन की कोई जानकारी नहीं है। वह किसी पार्टी में नहीं जाएंगे। वह बसपा में थे, बसपा में हैं और बसपा में ही रहेंगे। श्री राजभर ने कहा कि किसी ने कोई गलतफहमी पैदा की होगी।
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