बसपा सुप्रीमो ने कहा, “बाबा साहब के विचाराधारा की विरोधी है कांग्रेस”
लखनऊ, 18 सितंबर
“कांग्रेस की दोगली नीतियों की वजह से ‘साम्प्रदायिक ताकतें’ मजबूत हो रही हैं।“ पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने यह बयान दिया है। मंगलवार को राजस्थान में बसपा के 6 विधायकों को गहलोत सरकार द्वारा कांग्रेस में शामिल कर लेने के बाद मायावती का हमला जारी है।
मायावती ने दूसरे दिन भी कांग्रेस के खिलाफ तीखा हमला किया है। मायावती ने कहा है, “कांग्रेस पार्टी की दोगली नीति की वजह से देश में “साम्प्रदायिक ताकतें” मजबूत हो रही हैं, क्योंकि कांग्रेस पार्टी साम्प्रदायिक ताकतों को कमजोर करने की बजाय, इसके विरूद्ध आवाज उठाने वाली ताकतों को ही ज्यादातर कमजोर करने में लगी है। जनता सावधान रहे।”
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मायावती ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर कहा कि कांग्रेस एक बार फिर गैर-भरोसेमंद व धोखेबाज पार्टी होने का प्रमाण दिया है। यह बीएसपी मूवमेंट के साथ विश्वासघात है।
एससी, एसटी व ओबीसी विरोधी है कांग्रेस:
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अपनी कटु विरोधी पार्टी, संगठनों से लड़ने की बजाय हर जगह उन पार्टियों को ही सदा आघात पहुंचाने का काम करती है जो उन्हें सहयोग, समर्थन देते हैं। कांग्रेस इस प्रकार एससी, एसटी, ओबीसी विरोधी पार्टी है और इन वर्गों के आरक्षण के हक के प्रति कभी गंभीर व ईमानदार नहीं रही है।
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कांग्रेस हमेशा बाबा साहब की विचारधारा की विरोधी रही:
मायावती ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर व उनकी मानवतावादी विचारधारा की विरोधी रही। इसी कारण डॉ.अम्बेडकर को देश के पहले कानून मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस ने उन्हें न तो कभी लोकसभा में चुनकर जाने दिया और न ही भारतरत्न से सम्मानित किया।
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