गांव के बाहर एक स्कूल में दूल्हा-दुल्हन एवं बाराती ठहरे हुए हैं
छपरा, 15 अप्रैल
लॉकडाउन की वजह से पश्चिम बंगाल के फिरोज अख्तर अपनी दुल्हन और बाराती को लेकर पिछले 24 दिनों से छपरा के एक गांव इनायतपुर में फंसे हुए हैं। लॉकडाउन पार्ट टू लागू होने से समस्या और अधिक गंभीर हो गई है।
बता दें कि कोलकत्ता के बंडील जंक्शन के रहने वाले फिरोज अख्तर की शादी छपरा जिला के दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर की रहने वाली खुशबू खातून से 22 मार्च को तय हुई थी। 22 मार्च को फिरोज की शादी खुशबू से हो गई। लेकिन 23 मार्च को बिहार में लॉकडाउन लागू होने की वजह से खुशबू की विदाई (रूखसती) नहीं हो सकी। ऐसे में दुल्हन के गांव वालों ने दूल्हा-दुल्हन और बारातियों को रूकने के लिए गांव के बाहर स्थित एक स्कूल में व्यवस्था कर दिया। अब यहां पर पिछले 24 दिनों से 36 बाराती ठहरे हुए हैं। गांववाले और स्वयं सेवी संगठन इन बारातियों की सेवा में लगे हुए हैं। लड़की के परिवारवाले, गांव वाले और कुछ स्वयंसेवी संगठन इन्हें भोजन सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। बाराती अपना भोजन खुद तैयार करते हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से इनकी समस्याएं बढ़ती जा रही है।
यह भी पढ़िए: अब 3 मई तक लॉकडाउन, इन इलाकों में 20 अप्रैल से मिल सकती है राहत
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है, जिसके बाद ये लोग और परेशान हो गए हैं।
यह भी पढ़िए: कोरोना से जंग:आदिवासियों की मदद के लिए आगे आया पत्रकार अशोक जायसवाल का परिवार