यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ/नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के पश्चात किंग मेकर की भूमिका में उभरते ही नीतीश कुमार Nitish Kumar की पार्टी जनता दल (यू) JDU ने ‘अग्निवीर योजना’ Agniveer Scheme का विरोध शुरू कर दिया है। एनडीए की सहयोगी पार्टी जदयू ने कहा है कि ‘अग्निवीर’ योजना पर फिर से विचार होना चाहिए।
जेडीयू महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी KC Tyagi ने कहा है कि हमने तब भी कहा था कि यूसीसी मामले पर सभी स्टेक होल्डर को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है। यूसीसी पर नीतीश कुमार ने विधि आयोग के अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इसमें व्यापक विचार विमर्श की आवश्यकता है। ‘अग्निवीर’ योजना का जिक्र करते हुए केसी त्यागी ने कहा, “अग्निवीर योजना को लेकर के बहुत विरोध हुआ था और चुनाव में भी उसका असर देखने को मिला है। इस पर दोबारा से विचार करने की जरूरत है। अग्निवीर योजना को नए तरीके से सोचने की आवश्यकता है, जो सुरक्षाकर्मी थे सेना में तैनात थे और जब भी अग्निवीर योजना आई तो बड़े तबके में असंतोष था।”
उन्होंने कहा कि मेरा ऐसा मानना है कि उनके परिवार जनों ने भी चुनाव में विरोध जारी किया, इसलिए आज इसमें नए तरीके से विचार विमर्श की जरूरत है। वहीं ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का समर्थन करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि जहां तक एक देश एक चुनाव की बात है हम उसके समर्थन में हैं। केसी त्यागी ने कहा, ‘हम एनडीए के मजबूत हिस्सेदार के रूप में सामने आए हैं। हम वाजपेयी जी की एनडीए सरकार में कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। हम लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि अगर बिहार से पलायन रोकना है तो उसे विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए। वो प्रधानमंत्री का प्रोवोगेटिव है कि वो किसको कौन सा मंत्रालय देंगे। हमारी कोई मांग नहीं है।
बता दे कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने सबसे ज्यादा ‘अग्निवीर’ योजना का विरोध करते हुए इसे राजनीतिक मुद्दा बनाया था। जिसका NDA को नुकसान भी उठाना पड़ा है।