विलियम अर्नेस्ट हेनली की मशहूर कविता ‘इनविक्टस’, जिसका अर्थ होता है अपराजेय
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
हर क्रांति अथवा आंदोलन में कविताएं, लोक गीत जनमानस पर गहरा प्रभाव छोड़ती हैं और तानाशाही सत्ता के खिलाफ जनता को एकजुट करती हैं। रंगभेद व साम्राज्यवाद के खिलाफ आजीवन संघर्ष करने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता नेल्सन मंडल Nelson Mandela 27 साल तक जेल की अंधेरी कोठरी में बिताया। लेकिन इस काल कोठरी में मंडेला ने एक कविता के जरिए खुद को जिंदा रखा और तानाशाही हुकूमत के अत्याचार से लड़ने की उन्हें शक्ति मिली। नेल्सन मंडेला अक्सर वह इस कविता को जेल में कैदियों को सुनाया करते थे।
मशहूर अंग्रेज कवि विलियम अर्नेस्ट हेनली ने 1875 में ‘इनविक्टस Invictus’ नामक एक कविता को लिखी थी। इनविक्टस का अर्थ होता है अपराजेय अर्थात जिसे जीता न जा सके।
कवि विलियम अर्नेस्ट हेनली की कविता:
ईश्वर क्या है, ये मैं नहीं जानता
लेकिन शुक्रगुजार हूं उसका कि धरती को बेधती मौत की सुरंग तले
पैठे गहरे अंधेरे में चिपटी देह के बावजूद
अजेय है आत्मा मेरी।
हालात के खूंखार पंजों में कैद
ना मैं चीखा ना चिल्लाया
बेशिकन रहा चेहरा
चलता रहा किस्मत का हथौड़ा सिर पर लहूलुहान हुआ माथा
पर न झुका, न हुआ कभी दोहरा।
दर्द और आंसुओं के सैलाब के उस पार
नाचती हैं मौत की परछाइयां
बरसों से जारी दर्द का ये आलम
पर दहला न सका मुझको
रहूंगा निडर ऐसे ही
हर दम।
फर्क नहीं पड़ता मुझको
हो कितनी भी तंग राह मुक्ति की
चाहे जितनी भीषण हो नर्क की आग
मैं
मालिक अपनी तकदीर का
अपनी आत्मा का सरताज।