घोसी से विजय राजभर तो प्रतापगढ़ से राजकुमार पाल बने विधायक
लखनऊ, 29 अक्टूबर
ये लोकतंत्र की महिमा है, कहीं पर सब्जी बेचनेवाले का बेटा जनप्रतिनिधि बनता है तो कहीं पर ऑटो चलाने वाला। जी हां, हाल ही में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में घोसी से विधायक बने विजय कुमार सब्जी बेचने वाले का बेटा है तो प्रतापगढ़ से विधायक बने राजकुमार पाल कभी मुंबई में ऑटो चलाने का कार्य करते थे।
घोसी विधानसभा से भाजपा विधायक बने विजय कुमार राजभर के पिता आज भी मऊ में सब्जी की दुकान लगाते हैं। टिकट मिलने के बाद पिता से आशीर्वाद लेते समय विजय कुमार काफी भावुक भी हो गए थे। इन्होंने चुनाव में समाजवादी पार्टी समर्थक निर्दलीय प्रत्याशी सुधाकर सिंह को हराया है। घोसी विधानसभा सीट बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के इस्तीफा देने के बाद रिक्त हुई थी।
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इसी तरह, प्रतापगढ़ सदर से जीतने वाले अपना दल (एस) के विधायक राजकुमार पाल 90 के दशक में मुंबई में ऑटो चलाने का कार्य करते थे। इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी ब्रजेश कुमार पटेल को 35 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। प्रतापगढ़ सदर विधानसभा सीट अपना दल (एस) के विधायक संगम लाल गुप्ता के इस्तीफा देने से रिक्त हुई थी। संगम लाल गुप्ता भाजपा के टिकट पर प्रतापगढ़ से फिलहाल सांसद हैं।
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भाजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के सह-संयोजक डॉ.एचएन पटेल कहते हैं कि लोकतंत्र की यही सबसे बड़ी खूबसूरती है। लोकतंत्र में सभी समान हैं। यहां पर चाय बेचने वाले का बेटा प्रधानमंत्री बन सकता है तो सब्जी बेचने वाले का बेटा जनप्रतिनिधि।