2022 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा प्रतिकूल असर
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान 2 अक्टूबर तक दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर धरना देंगे। यह घोषणा भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.राकेश टिकैत ने की है। राकेश टिकैत की इस घोषणा का असर अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी पड़ने की संभावना है।
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार को उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश में किसानों ने चक्का जाम किया। उत्तर प्रदेश में भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने जिलामुख्यालयों पर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। इस दौरान एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द होने तक हम यहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर 2 अक्टूबर तक किसान धरने पर बैठेंगे।
बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत अब गांधीगीरी के जरिए कृषि कानूनों का विरोध करना शुरू कर दिए हैं। उनके नेतृत्व में किसानों ने शु्क्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन द्वारा लगाई गई कीलों के पास फूलों के पौधे रोपें।
झारखंड के कृषि मंत्री भी चक्का जाम में शामिल हुए:
उधर, झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने भी किसानों के चक्का जाम का समर्थन किया और रांची में आयोजित चक्काजाम कार्यक्रम में शामिल हुए। बता दें कि कांग्रेस पहले ही किसानों के आंदोलन का समर्थन कर चुकी है।