आरएलडी नेता जयंत चौधरी के ‘भाजपा नेताओं का सामाजिक बहिष्कार’ की अपील का दिखने लगा असर
यूपी80 न्यूज, बुलंदशहर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से किसान इस कदर नाराज हैं कि अब भाजपा नेताओं का गांव में प्रवेश करना मुश्किल हो गया है। गांव में आते ही भाजपा नेताओं का किसान विरोध और उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बुलंदशहर के बीबीनगर थानाक्षेत्र अंतर्गत भैंसाखुर में भाजपा नेता का किसानों एवं ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया है। विरोध की वजह से भाजपा नेता को गांव छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा।
भाजपा नेता के विरोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो के अनुसार भाजपा नेता के गांव में आते ही किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया। किसानों और ग्रामीणों ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं और मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। किसानों ने नेताओं को खरी-खोटी भी सुनाई और कहा कि पिछले ढाई महीने से दिल्ली की सीमा पर किसान भूखे-प्यासे धरना दे रहे हैं, लेकिन भाजपा के लोग उनके पास नहीं गए। किसानों ने पूछा कि भाजपा नेता उनके पास क्यों आए हैं?
बता दें कि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) का मजबूत जनाधार है। इस क्षेत्र में जाट समाज की काफी तादाद है। चौ.राकेश टिकैत खुद जाट समाज से आते हैं। 26 जनवरी को दिल्ली में निकाले गए किसान रिपब्लिक डे परेड के बाद जिस तरह से टिकैत की गिरफ्तारी को लेकर योगी सरकार ने गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस और पीएसी के जवानों को भेजा और किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों के समर्थन में जिस तरह से रोते हुए मरते दम तक धरना स्थल पर बैठने की घोषणा की, उससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट समाज में काफी नाराजगी है और जमीन पर भाजपा नेताओं का विरोध कर रहे हैं।
बता दें कि 26 जनवरी के बाद मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान रैली में राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने भी भाजपा का सामाजिक बहिष्कार करने का आह्वान किया था। जयंत चौधरी की इस अपील का भी जमीन पर गहरा असर देखा जा रहा है।