किसान नेता युद्धवीर सिंह, जेके पटेल, गजेंद्र सिंह, रंजीत सिंह सहित कई नेता गिरफ्तार
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने शुक्रवार को देशव्यापी ‘भारत बंद’ का आयोजन किया। ‘भारत बंद’ का सर्वाधिक असर पंजाब-हरियाणा, बिहार सहित कई राज्यों में देखा गया। गुजरात के किसानों के संघर्ष में शामिल होने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के किसान नेता युद्धवीर सिंह, जेके पटेल, गजेंद्र सिंह, रंजीत सिंह सहित कई नेताओं को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिसकी किसान संगठनों ने निंदा की है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि शुक्रवार को देश के अनेक भागों में भारत बंद का प्रभाव रहा। बिहार में 20 से ज्यादा जिलों में, पंजाब में 200 से ज्यादा स्थानों पर और हरियाणा में भी बड़े पैमाने पर लोगो ने बंद को सफल बनाया। कर्नाटक व आन्ध्रप्रदेश में भी व्यापक स्तर पर बंद का प्रभाव रहा।
दिल्ली में किसान आंदोलन को 4 माह पूरे हुए:
किसान नेता डॉ.दर्शन पाल ने कहा कि तीन कृषि कानूनो के खिलाफ व MSP की कानूनी गारंटी के लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के चले धरनों को शुक्रवार को 4 महीने पूरे हो गए। उन्होंने कहा कि इतना लंबा आन्दोलन चलना न सिर्फ किसानों के हौसलें की जीत है, बल्कि यह सरकार के लिए शर्म की भी बात है। हर मौसम की मार सहते हुए भी किसान दिल्ली के मोर्चो पर डटे हुए है।
भारत बंद का असर:
पंजाब विश्वविद्यालय व पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में छात्र सक्रिय रूप से इस आन्दोलन में सेवा कर रहे है। आज सयुंक्त किसान मोर्चे की भारत बंद की कॉल पर छात्रों ने एक मार्च निकाला। वहीँ पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ, छात्र संगठनों व स्टाफ ने आज के भारत बंद को समर्थन दिया। पंजाब के अलावा राजस्थान, हरियाणा में भी भारत बंद का असर दिखा।
बिहार के पटना सहित भोजपुर, रोहतास, बक्सर, गया, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, पूर्णिया, आदि जिलों में बंद का व्यापक असर रहा। उत्तरप्रदेश में अलीगढ़, मोरादाबाद, इटावा, संभल समेत कई जगहों पर सड़कें व बाजार बंद रखे गए। आंध्रप्रदेश के कुरनूल व विजयवाड़ा, तेलंगाना के वारंगल, हनमाकोंडा व महबूबाबाद समेत दर्जनों जगह भारत बंद का असर देखा गया।
कर्नाटक के बैंगलोर समेत मैसूर, गुलबर्गा, मांड्या में किसानों ने सांकेतिक धरने दिए। ओडिशा, उतराखण्ड, झारखंड में रांची समेत अन्य जिलों में किसानों ने सडक़े जाम की। महाराष्ट्र में भी किसानों ने भारत बंद से भूमिका निभाई व पालघर और जलगांव में किसानों ने सडक़े बंद रखी।
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र यादव ने कहा कि ‘भारत बंद’ में अनेक राजनीतिक दलों, बार संघ, ट्रेड यूनियनों, छात्र संगठनों, जनवादी संगठनों, आढ़ती एसोसिएशन, छोटे व्यापारियों, सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत संगठन, सामाजिक व धार्मिक संगठनों व जागरूक नागरिको ने इस बंद का समर्थन किया और इसके लिए हरसंभव प्रयास किये।