बाबा महेंद्र सिंह टिकैत Ch. Mahendra Singh Tikait के किसान आंदोलन Farmers movement के 32 साल बाद है यह ऐतिहासिक आंदोलन: योगेंद्र यादव Yogendra Yadav
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
किसानों द्वारा तीन कृषि कानून एवं बिजली बिल 2020 के विरोध में किए जा रहे आंदोलन को लेकर विभिन्न संगठनों व कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा फैलाए जा रहे अफवाह Rumors का स्वराज इंडिया Swaraj India के राष्ट्रीय अध्यक्ष व किसान नेता योगेंद्र यादव Yogendra Yadav ने सिलसिलेवार ढंग से पर्दाफाश किया है। योगेंद्र यादव Yogendra Yadav ने कहा है कि 1987-88 में बाबा महेंद्र सिंह टिकैत द्वारा किए गए किसान आंदोलन के 32 साल बाद किसानों ने एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर ऐतिहासिक आंदोलन शुरू किया है। अब देश का किसान जाग गया है।
पांच प्रमुख अफवाहों Rumors के मामले में योगेंद्र यादव का जवाब:
पहला झूठ:
इसका नेतृत्व किसान नहीं बिचौलिये कर रहे हैं।
जवाब:
अब आप बताइए मीलों दूर तक लाखों की संख्या में इकट्ठा हुए ये किसान क्या आपको बिचौलिए नजर आते हैं, आप खुद चेक कीजिए, इनमें कितने व्यापारी हैं? लाखों की संख्या में ये विभिन्न राज्यों से आए हुए किसान हैं।
दूसरा झूठ:
किसान को बरगलाया जा रहा है?
जवाब:
क्या ये बच्चे हैं? क्या ये अपना नफा-नुकसान नहीं जानते हैं?
आज देश के हर इलाकों में किसान एकजुट हो रहे हैं। पानी की बौछार, आंसू गैस छोड़े जाने, टूटी सड़क के बावजूद ये किसान 500 किलोमीटर दूर से आ रहे हैं। आज पंजाब के गांवों के बच्चे-बच्चे को सच्चाई पता है।
तीसरा झूठ:
सिर्फ पंजाब का आंदोलन है।
जवाब:
आज आपके सामने शिवकुमार कक्का जी, प्रतिभा शिंदे, मेधा पाटकर जी, सुनीलम जी इकट्ठा हैं। यूपी बॉर्डर पर काफी तादाद में किसान इकट्ठा हैं। ये विभिन्न राज्यों से आए हुए हैं।
आज पूरा देश पंजाब के किसानों को सलाम करता है, आज यह धीरे धीरे पूरे देश का आंदोलन हो गया है, हरियाणा के गांव-गांव में इस पर चर्चा हो रही है। हरियाणा के लोग किसानों को खीर बनाकर खिला रहे हैं।
जैसे बंगाल के क्रांतिकारियों ने पूरे देश की आजादी के लिए लड़ा था, उसी तरह पंजाब के किसान पूरे देश के किसानों लिए संघर्ष कर रहे हैं।
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चौथा झूठ:
इनका लीडरशिप नहीं है, ये अराजक हैं।
जवाब:
आप देखिए, पंजाब के 30 से ज्यादा किसान संगठन एकजुट होकर लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्वक यहां आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब के 30 किसान संगठन हर रोज मिल रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त किसान मोर्चा, एआईकेएससीसी कार्य कर रहे हैं।
पांचवां झूठ:
इसे पार्टियों ने चलाया है।
जवाब:
क्या आपको यहां पार्टियां नजर आ रही हैं। इन्हीं संगठनों ने पंजाब में डेढ़ साल पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर के सामने मोर्चा लगाकर इसी तरह चैलेंज किया था।
योगेंद्र यादव ने कहा कि आज देश में एक फैशन चल गया है, कहीं किसी प्रदर्शन में दिखाई दे तो इस्लामिक हो जाता है और कहीं कोई पगड़ी बांधे दिखाई दे तो खालिस्तानी हो जाता है। जो इस तरह की बातें फैला रहे हैं वो देशद्रोही हैं।
मांग:
तीन नए कृषि कानून और बिजली बिल 2020 को रद्द किया जाए।
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