बसपा की सरकार में 15 ब्राह्मणों को मंत्री बनाया गया था: सतीश चंद्र मिश्र
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
“धर्म के नाम पर वोट लेने वालों ने कभी ब्राह्मण समाज की फिक्र नहीं की। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में ब्राह्मण समाज के लोगों की हत्याएं और एनकाउंटर कराए जा रहे हैं।” बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने सोनभद्र में प्रबुद्ध विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए यह आरोप लगाया। सतीश चंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया कि उन्हें अयोध्या में श्री राम लला के दर्शन करने से रोकने की कोशिश की गई ।
सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि हम ब्राह्मणों को दर्शन पूजन के संस्कार जन्म से दिए जाते हैं यह हमें कोई न सिखाए। उन्होंने भाजपा पर श्री राम मंदिर का ठेकेदार बनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने ब्राह्मण समाज के स्वाभिमान को भी झकझोरने की कोशिश की। उन्होंने ब्राम्हण समाज से एकजुट होने का आह्वान किया।
बसपा ब्राह्मण हितैषी:
सतीश चंद्र मिश्र ने बसपा को ब्राह्मण हितैषी बताते हुए कहा कि बसपा सरकार में ना सिर्फ समाज को बड़ी जिम्मेदारी मिली, बल्कि बसपा प्रमुख बहन कुमारी मायावती जी ने समाज से किया हर वादा भी पूरा किया। उन्होंने बढ़ती महंगाई और अपराध के मुद्दे पर भी भाजपा सरकार को जमकर घेरा।
सपा-भाजपा ने ब्राह्मण समाज का शोषण किया:
सतीश चंद्र मिश्रा ने हा कि वोट के बाद सपा और भाजपा ब्राह्मणों को दरकिनार कर देती हैं। सपा और भाजपा दोनों सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मणों के वोट की राजनीति करती है, जबकि ब्राह्मण समाज का इन दोनों दलों में शोषण किया जाता है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में बसपा की सरकार बनी तो ब्राह्मणों को सम्मान मिला और 15 विधायक मंत्री बने। विधान परिषद अध्यक्ष भी ब्राम्हण ही बने। अब फिर से वह वक्त आ गया है। जब दलित, अल्पसंख्यक व ब्राम्हण मिलकर बसपा की सरकार बनाएंगे।
सतीश चंद्र मिश्रा ने आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण समाज से अपील की कि सभी ब्राह्मण समाज के लोग मिलकर बहन कुमारी मायावती जी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व ब्लाक प्रमुख कमलाकांत पांडेय ने की। कार्यक्रम का आयोजन अशोक चौबे के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री नकुल दुबे, अरुण कुमार दुबे, गंगाधर दुबे, राम शिरोमणि शुक्ला पूर्व विधायक, सत्यनारायण जयसवाल, अमरेंद्र बहादुर, राजनारायण निरला, नरेंद्र कुशवाहा, कमलेश गोंड, अविनाश शुक्ला, विनोद चौबे, महादेव तिवारी, अभिषेक श्रीवास्तव, मनोज कुशवाहा, गोविंद मिश्रा, रामविलास ओझा, सुरेंद्र पांडे, राकेश उपाध्याय, नंदलाल पांडे, राजन दुबे, अमरेश चंद्र पांडे, आशीष मिश्रा बामणी दुबे, रामरक्षा दुबे, श्रीकांत प्रकाश दुबे, युगल किशोर चतुर्वेदी, लाल जी मिश्रा, धर्मेश तिवारी, रोहित पांडे,आशुतोष शुक्ला, गुंजन, बी सागर, पन्नालाल, अमन मौर्य, बलवंत रंगीला, प्रतिमा पटेल, कन्हैयालाल कॉल जी नीरज श्रीवास्तव, मुन्ना, आशुतोष गुप्ता, पवन प्रधान, उपस्थित रहे।