प्राधिकरण व निगमों के नामित सदस्यों में ओबीसी व एससी-एसटी कार्यकत्र्ताओं को नहीं मिली जगह
लखनऊ, 4 मार्च
यूं लोग नहीं कहते हैं कि बीजेपी सवर्णों की पार्टी है। पिछले दो दिनों में बीजेपी ने प्रदेश के विकास प्राधिकरणों के लिए 99 सदस्य और 16 निगमों के लिए 160 बीजेपी कार्यकत्र्ताओं को पार्षद के तौर पर नामित किया है। लेकिन यदि आप इस सूची में पिछड़ों और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों का नाम ढ़ूढेंगे तो मुश्किल से नजर आएंगे। अर्थात स्वतंत्रदेव सिंह और केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाते समय ओबीसी का खूब ढोल पिटा गया, लेकिन जब हिस्सेदारी की बात आई तो आरक्षित वर्ग यहां भी ठगा सा महसूस कर रहा है।
उदाहरण के तौर पर आजमगढ़ जनपद को ही देख सकते हैं। आजमगढ़ विकास प्राधिकरण के लिए तीन सदस्यों (प्रेम नारायण पांडेय, प्रेम प्रकाश राय, उत्तर प्रदेश होम्योपैथी बोर्ड के सदस्य डॉ.श्याम नारायण सिंह) को नामित किया गया है। इनमें से कोई भी पदाधिकारी ओबीसी नहीं है। मजे की बात तो यह है कि डॉ.श्याम नारायण सिंह उत्तर प्रदेश होम्योपैथी बोर्ड के भी सदस्य हैं, बावजूद इसके उन्हें प्राधिकरण का सदस्य बनाया गया है। इसी तरह 2018 में यहां से विजय बहादुर पाठक को विधान परिषद सदस्य बनाया गया। पिछले साल आजमगढ़ से बीजेपी के दो पदाधिकारियों को विभिन्न बोर्ड में जगह दी गई। इनमें से नरेंद्र सिंह को दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री के तौर पर पूर्वांचल विकास बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया और कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा को श्रम बोर्ड का सदस्य बनाया गया। अर्थात प्रदेश के सबसे बड़े जिला की सूची में शामिल आजमगढ़ जनपद में अब पिछड़ों के लिए केवल पार्टी का झोला उठाने का कार्य रह गया है। ये केवल आजमगढ़ की बात नहीं है। बल्कि पूरे प्रदेश में इसी तरह का खेल चल रहा है।
खुद मुख्यमंत्री के क्षेत्र गोरखपुर का हाल देखिए:
गोरखपुर में नामित पार्षद:
ओम प्रकाश शर्मा
मदन लाल गुप्ता
उमेश चंद्र श्रीवास्तव
अशोक मिश्र
जितेंद्र चौधरी
मीरा श्रीवास्तव
वीर सिंह सोनकर
धर्मदेव चौहान
लक्ष्मण नारंग
रणंजय सिंह
प्राधिकरण में नामित:
राधेश्याम श्रीवास्तव
अनिल गुप्ता
पवन कुमार त्रिपाठी
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लखनऊ में प्राधिकरण के लिए नामित सदस्य :
प्रदीप भार्गव
पीएन सिंह (ओबीसी)
पुष्कर शुक्ला
लखनऊ में पार्षद के लिए नामित सदस्य:
अनुराग मिश्र
पद्मिनी चौधरी
कैलाश गुप्ता
राकेश मिश्रा
संतोष तेवतिया
शिवकुमार यादव
सुभाष शुक्ला
सर्वजीत सिंह
केके जायसवाल
प्रियंक आर्य
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अयोध्या में प्राधिकरण के लिए नामित:
कमलेश श्रीवास्तव
निर्मला सिंह
परमानंद मिश्र
अयोध्या में पार्षद के लिए नामित:
बिंदु सिंह
मनोज कुमार श्रीवास्तव
रामकुमार सिंह राजू
आशीष सिंह
रमाकांत पांडेय
सरदार अजीत सिंह
संजय शुक्ला
रीना द्विवेदी
रंजीत सोनकर
मायाराम वर्मा
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बस्ती विकास प्राधिकरण के लिए नामित:
यशकांत सिंह,
रूपम श्रीवास्तव
प्रेम सागर तिवारी
क्या कहता है विपक्ष:
कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं लखनऊ उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आलोक वर्मा कहते हैं कि प्रदेश में न केवल वंचितों के आरक्षण पर कुठाराघात करने की साजिश चल रही है, बल्कि सरकार में भी उन्हें हासिए पर रखने का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पिछड़ों और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों को पार्टी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से सवाल जरूर करना चाहिए।