बिहार BIHAR चुनाव के ऐन मौके पर राजद गठबंधन को छोड़कर एनडीए NDA में शामिल हो गए थे मुकेश सहनी MUKESH SAHANI
यूपी80 न्यूज, पटना
बड़बोलापन एवं अतिमहात्वाकांक्षा ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी VIP) के मुखिया मुकेश सहनी की लुटिया डूबा दी। पहले तो उनके तीनों विधायकों को तोड़कर भाजपा BJP में शामिल कर लिया गया और फिर भाजपा की सिफारिश पर उन्हें नीतीश कुमार Nitish Kumar ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। ऐसे हालात में मुकेश सहनी को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव Tejashvi Yadav ने भी भाव नहीं दिया। अर्थात मुकेश सहनी न इधर के रहे और न ही उधर के।
वीआईपी द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग हटकर चुनाव लड़ना और पीएम मोदी व सीएम योगी के खिलाफ मुखर तेवर दिखाना भाजपा को रास नहीं आया।
बता दें कि मुकेश सहनी पिछले कई महीने से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सक्रिय रहे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने प्रत्याशी भी उतारे। चुनाव प्रचार भी किया और इस दौरान भाजपा के खिलाफ मुखर भी हुए। मुकेश सहनी के बगावती तेवर से पहले ही भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नाराज हो गया था। इसी वजह से बोचहा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा ने पहले अपने प्रत्याशी उतार दिए। फिर यूपी विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही मुकेश सहनी के तीनों विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के लिए भाजपा ने सिफारिश कर दी। भाजपा की सिफारिश पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया।
विपक्ष ने क्यों नहीं दिया भाव?
डेढ़ साल पहले हुए बिहार विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर मुकेश सहनी ने राजद गठबंधन को झटका दिया था। गठबंधन की बैठक के दौरान मंच छोड़कर चले गए थे। उन्होंने तेजस्वी यादव को बहुत बुरा-भला कहा था। उस दौरान उन्होंने खुद को डिप्टी सीएम घोषित करने की मांग की थी। इसके बाद मुकेश सहनी ने भाजपा से गठबंधन कर लिया था। चुनाव बाद नीतीश सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया था।