राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम Anupam ने कहा- देश में शिक्षकों के सर्वाधिक 3,15,778 पद बिहार में हैं रिक्त
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार Bihar की एनडीए सरकार ‘पढ़ाई, कमाई, दवाई Education, health, Job’ के मुद्दों पर पूरी तरह फेल हो गई है। ‘युवा हल्ला बोल Yuva Halla Bol’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने यह आरोप बिहार के 94 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों की बहाली करवाने को लेकर चलाए गए ट्विटर कैंपेन के मौके पर लगाया है। इस कैम्पेन के तहत ”बिहार नीड्स टीचर्स Bihar Needs Teachers” की मांग के साथ लाखों ट्वीट हुए और देशभर में लगातार ट्रेंड करता रहा।
अनुपम ने कहा कि बिहार सरकार की ढिलाई और संवेदनहीनता के कारण प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी वर्षों से नियुक्ति नहीं हुई है। एक तरफ तो सरकार बार-बार आश्वासन देती रही, वहीं दूसरी तरफ बहाली करने की बजाए अब तक सिर्फ बहानेबाजी की गयी। भले अब न्यायालय का बहाना बनाकर सरकार पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन सच तो ये है कि शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा बार बार गुहार लगाने के बावजूद अर्जेंट हियरिंग के लिए केस मेंशनिंग नहीं की गयी। इसलिए अब स्पष्ट हो चुका है कि भाजपा-जदयू की सरकार में शिक्षक बहाली करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति की घोर कमी है।
देश में शिक्षकों की सर्वाधिक रिक्त पद बिहार में है:
अनुपम ने कहा कि भारत सरकार के अपने आँकड़ों के अनुसार देशभर में खाली पड़े स्वीकृत पदों में सबसे अधिक पद शिक्षकों के ही हैं। राष्ट्रीय स्तर पर दस लाख शिक्षकों से भी ज़्यादा रिक्त पदों में से अकेले बिहार में 3,15,778 पद खाली हैं। बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था के बारे में देश दुनिया में चर्चा होती रहती है। ऐसे में किसी भी सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी कि जल्द से जल्द इन खाली पड़े पदों को भरे। ऐसा करना सिर्फ बेरोज़गारी के संकट को दूर करने के लिए ही नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए भी अत्यंत आवश्यक कदम है। लेकिन बिहार सरकार का रवैय्या बहुत ही दुखद और निंदनीय है। बेरोज़गार युवाओं की गुहार सुनने की बजाए बिहार की संवेदनहीन सरकार आए दिन लाठियां चलाती हैं।
‘युवा हल्ला बोल’ राष्ट्रीय परिषद के सदस्य डॉ. अखिलेश कुमार ने सवाल किया कि अगर इतने वाजिब मांग के लिए भी बेरोज़गार युवाओं को आंदोलन प्रदर्शन करना पड़े तो किस काम की सरकार है ये, किस बात का लोकतंत्र है हमारा? इन मूलभूत बातों को नीतीश कुमार की सरकार अगर नहीं समझती तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और मजबूत किया जाएगा। जिस तरह ‘युवा हल्ला बोल’ ने देश के अन्य हिस्सों में महापंचायत का आयोजन किया उसी तरह राजधानी पटना में भी शिक्षक बहाली के मुद्दे पर ज़ोरदार ‘युवा महापंचायत’ होगा।