उत्तर प्रदेश में प्रत्याशी उतारना और भाजपा के खिलाफ मुखर होना मुकेश सहनी को महंगा पड़ा
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा BJP के खिलाफ विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी VIP) का चुनाव लड़ना और भाजपा नेताओं पर आक्रामक तेवर में हमला बोलना पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी Mukesh Sahani को महंगा पड़ गया है। बिहार में वीआईपी के तीनों विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इससे पहले बिहार की बोचहा Bochaha सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी भाजपा ने वीआईपी विधायक के निधन से रिक्त हुई सीट पर अपना प्रत्याशी उतार कर पहले ही अपना तेवर दिखा दिया था। वीआईपी विधायकों के इस कदम में बिहार Bihar की राजनीति में भूचाल आने की आहट सुनाई देने लगी है।

मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के तीनों विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव ने पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा की है। तीनों विधायकों ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से मुलाकात की है। इस मौके पर बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री और भाजपा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल भी उपस्थित थे। अब बिहार में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर भाजपा के पास 77 विधायक हो जाएंगे। दूसरे नंबर पर 75 विधायकों के साथ लालू यादव की पार्टी राजद है।

बोचहां सीट पर भाजपा ने उम्मीदवार उतारा:
वीआईपी के एक विधायक के निधन के बाद बोचहां सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां पर भाजपा और वीआईपी सुप्रीमो के बीच पहले ही टकराव की स्थिति बन गई है। वीआईपी की इस सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी उतार दिया है।

यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मुखर थे मुकेश सहनी:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी अपने सहयोगी भाजपा के खिलाफ काफी मुखर थे और उन्होंने उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर अपने प्रत्याशी भी उतारा था। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने भाजपा नेताओं के खिलाफ हमला भी बोला था। मुकेश सहनी के इस निर्णय से भाजपा नेताओं में नाराजगी थी।