कटेहरी से लालजी वर्मा, जलालपुर से राकेश पांडेय, अकबरपुर से रामअचल राजभर, चिल्लूपार से हरिशंकर तिवारी के पुत्र को मिला टिकट
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
आखिरकार बलिया की बांसडीह सीट पर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने कुर्बानी देनी पड़ी। अखिलेश यादव ने यहां से नेता प्रतिपक्ष एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने पर भरोसा जताया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अरविंद राजभर को बलिया की रसड़ा सीट से उतारा जा सकता है।
इसी तरह बलिया की हाईप्रोफाइल सीट माने जाने वाली फेफना से पूर्व कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी की बजाय युवा नेता संग्राम सिंह यादव को उतारा गया है। पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अंबिका चौधरी के पुत्र आनंद चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार में आने पर अंबिका चौधरी को एमएलसी बनाया जा सकता है।
कटेहरी से लालजी वर्मा तो जलालपुर से राकेश पांडेय:
सपा ने बसपा के कद्दावर नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री लालजी वर्मा को अंबेडकर नगर की कटेहरी से तो बसपा के पूर्व सांसद राकेश पांडेय को जलालपुर से उम्मीदवार घोषित किया है। अकबरपुर से पूर्व कैबिनेट मंत्री रामअचल राजभर को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
सतीश द्विवेदी के खिलाफ माता प्रसाद पांडेय:
योगी सरकार में शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के खिलाफ सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधान सभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को टिकट दिया है। यहां लड़ाई दिलचस्प होगी।
दारा सिंह चौहान को घोसी से उतारा:
भाजपा से सपा में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को मऊ की मधुबन सीट की बजाय घोसी से उतारा गया है। यहां सपा से सुधाकर सिंह को सबसे मजबूत दावेदार माना जाता था। 2019 में हुए उपचुनाव में महज कुछ वोटों से सुधाकर सिंह हार गए थे। माना जा रहा है कि मधुबन से किसी पटेल उम्मीदवार को उतारा जा सकता है।
इसी तरह गोरखपुर की कैम्पीयरगंज से काजल निषाद, चिल्लूपार से पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी के पुत्र विनय तिवारी, पथरदेव से ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, आजमगढ़ सदर से दुर्गा यादव, निजामाबाद से आलमबदी, सिकंदरपुर से जियाउद्दीन रिजवी, मल्हनी से लकी यादव सहित कई नामचीन चेहरों को फिर से मौका दिया है।
पढ़ते रहिए www.up80.online आखिर बांसडीह में कौन देगा कुर्बानी, नेता प्रतिपक्ष या अरविंद राजभर?