अनुप्रिया पटेल ने माता कृष्णा पटेल Krishna Patel को मंत्री बनाने व पार्टी का आजीवन संरक्षक बनाने का दिया प्रस्ताव
कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल Ashish Patel एमएलसी पद से देंगे इस्तीफा!
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
डॉ.सोनेलाल पटेल के सपने को साकार करने के लिए उनकी बेटी एवं केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल Anupriya Patel ‘अपना दल Apna Dal’ परिवार को फिर से एकजुट करने की कवायद में जुट गई हैं। उन्होंने अपनी मां और अपना दल (कमेरावादी) की मुखिया कृष्णा पटेल Krishna Patel को उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित मंत्रिमंडल विस्तार में अपना दल (सोनेलाल) Apna Dal Sonelal कोटे से मंत्री बनाने व पार्टी का आजीवन संरक्षक या राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया है। बशर्ते कि वह अपना दल (कमेरावादी) Apna Dal Kamerawadi का अपना दल (सोनेलाल) में विलय merge कर दें।
हालांकि अनुप्रिया पटेल की कोशिशों में एक पेंच उनकी बड़ी बहन पल्लवी पटेल व उनके पति पंकज निरंजन की भूमिका को लेकर फंसा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि अनुप्रिया अपनी बहन पल्लवी व उनके पति पंकज निरंजन को साथ रखने के पक्ष में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि अनुप्रिया पटेल ने यहां तक कहा है कि यदि उनकी मां कृष्णा पटेल चाहें तो उनके पति आशीष पटेल विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे या फिर कृष्णा पटेल चाहें तो आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पसंद की किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।
कांग्रेस से बड़ी पार्टी हो गई है अपना दल (एस):
फिलहाल भारतीय जनता पार्टी व अपना दल एस का गठबंधन है। योगी सरकार में अपना दल एस कोटे से फिलहाल कारागार राज्य मंत्री के तौर पर मात्र एक ही मंत्री जय कुमार सिंह जैकी हैं। फिलहाल उत्तर प्रदेश में अपना दल एस के 9 विधायक, 2 सांसद, एक जिला पंचायत अध्यक्ष व 9 ब्लॉक प्रमुख हैं। विधायकों की संख्या के आधार पर वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस से बड़ी पार्टी हो गई है अपना दल (एस)।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रयागराज के सोरांव से विधायक डॉ.जमुना प्रसाद सरोज कहते हैं कि कृष्णा पटेल जी हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष की मां के साथ-साथ यशकायी डॉ.सोनेलाल पटेल जी की पत्नी हैं। अत: उनका पूरी पार्टी में सम्मान है। यदि वह हमारी पार्टी को मार्गदर्शन देने के लिए तैयार होती हैं तो पूरी पार्टी उनका हृदय से स्वागत करेगी।
पल्लवी व उनके पति से क्यों नाराज हैं अनुप्रिया पटेल?
सूत्रों का कहना है कि अनुप्रिया पटेल अपनी बड़ी बहन पल्लवी पटेल व उनके पति से नाराज हैं। इसलिए वह अपना दल (एस) में पल्लवी एवं उनके पति से दूर रहना चाहती हैं। क्योंकि 2015 में अपना दल में विवाद के दौरान पल्लवी ने उनके ऊपर गबन का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि वह मुकदमा खारिज हो गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि पल्लवी ने विवाद के बाद लगभग सारी पैतृक संपत्ति अपने नाम वसीयत करा ली थी। इसमें अनुप्रिया पटेल व उनकी छोटी बहन अमन को भी कोई हिस्सा नहीं दिया गया। इसलिए अनुप्रिया पटेल अपनी बड़ी बहन एवं उनके पति से दूरी बनाए रखना चाहती हैं।
1995 में हुई अपना दल की स्थापना:
अनुप्रिया पटेल के पिता डॉ.सोनेलाल पटेल ने 1995 में अपना दल की स्थापना की और कमेरा समाज को जागरूक किया। उन्होंने सामंतवाद के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। वर्ष 2009 में उनकी असामयिक निधन के बाद पार्टी की कमान कृष्णा पटेल के हाथों में आ गई और अनुप्रिया पटेल पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव बनी। लेकिन वर्ष 2016 में पारिवारिक विवाद की वजह से अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस) की संरक्षक बनी।
पढ़ते रहिए www.up80.online चुनावी मूड में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, संगठन में कई चेहरे बदल दिए